नाहन (एमबीएम न्यूज): प्रसिद्ध शक्तिपीठ बालासुंदरी के मंदिर न्यास से 50 लाख रुपए की राशि श्री रेणुका विकास बोर्ड को देने के प्रावधान पर आपत्ति दर्ज हुई है। हालांकि इस मामले को सर्व सम्मति से न्यास की बैठक में भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग को अंतिम मंजूरी के लिए भेजने का फैसला हुआ था, लेकिन अब इसे मंजूरी न देने की पैरवी शुरू हुई है। बकायदा विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इस प्रस्तावित फैसले पर असहमति प्रकट कर दी है।
बिंदल सवाल उठा रहे हैं कि खुद त्रिलोकपुर पंचायत में दर्जनों विकास कार्यों के लिए धन की आवश्यकता है। ऐसे में किसी ओर ट्रस्ट को माता बालासुंदरी न्यास से धन देना सर्वथा अनुचित है। अहम बात यह भी है कि त्रिलोकपुर मंदिर न्यास विधायक डॉ. राजीव बिंदल के गृह निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है, जबकि श्री रेणुका विकास बोर्ड के अध्यक्ष पद पर मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार काबिज हैं।
त्रिलोकपुर मंदिर न्यास की बैठक में मद विवरण के क्रमांक 37 (सबसे आखिरी) में रेणुका विकास बोर्ड को विश्रामगृह भवन व कार्यालय परिसर के निर्माण हेतु 50 लाख रुपए की राशि प्रदान करने की मांग को चर्चा में रखा गया था। यह प्रस्ताव एसडीएम संगड़ाह व सदस्य सचिव श्री रेणुका विकास बोर्ड के माध्यम से माता बालासुंदरी मंदिर न्यास को भेजा गया था।
उधर पूछे जाने पर डीसी व न्यास अध्यक्ष बीसी बडालिया ने कहा कि इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया था।