शिमला (एमबीएम न्यूज): लाहौल-स्पीति के आध्यात्मिक गुरु लला मेमे की पुण्यतिथि प्रति वर्ष कुल्लू के जनजातीय भवन में 15 फरवरी को मनाई जाती है, जिसमें कोई हर वर्ष कोई बड़ा बौद्ध धर्म गुरु मुख्यातिथि बन कर प्रवचन करता आया है। इस बार पहला अवसर होगा जब मुख्यातिथि बोद्ध गुरु नेसांग रिम्पोचे के साथ कबाइली श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के नाम से विख्यात सन्यासी के भी दर्शन होंगे, बाबा बर्फानी ने लगभग 24 वर्ष पहले लाहौल के लला मेमे से आध्यात्मिक दीक्षा ले कर उनके आदेशों के अनुसार मणिमहेश को सन्यासी बन कर प्रस्थान किया था।
मणिमहेश में पहली बार भीषण सर्दियों में दर्जनों फुट बर्फ के बीच में तपस्या करने के कारण श्रद्धालुओं ने इनका नाम बाबा बर्फानी रख दिया था। इस तरह पूरे छह वर्ष बर्फ के नीचे तपस्या करने वाले बाबा बर्फानी न केवल मणिमहेश के भक्तों के बीच प्रसिद्ध हुए अपितु देश-विदेश में भी इनकी कठोर तपस्या को मान्यता मिली।
लला मेमे फाउंडेशन के सक्रिय सदस्य एवं बाबा बर्फानी के भक्त मनोज बोध ने बताया कि 24 वर्ष बाद पिछले वर्ष बाबा बर्फानी, जब अपने गुरु लला मेमे के गांव गौशाल में मन्दिर स्थापना दिवस मनाने गए थे तो लाहौल के लोगों की भक्ति देख कर अत्यंत भावुक हो गए थे, इसलिए इस बार भी जब लला मेमे फाउंडेशन ने उन्हें पुण्यतिथि का निमंत्रण भेजा तो वह सहर्ष अपने गुरु को श्रद्धांजलि देने हेतु कुल्लू आने को तैयार हुए। मनोज बोध के अनुसार बाबा बर्फानी काफी वर्षों से अब काशी में आश्रम स्थापित कर के रहते हैं और वहां उन्होंने वृद्धों की सेवा के लिए बड़ा संस्थान चलाया हुआ है।
फाउंडेशन के अध्यक्ष मंगल मनेपा ने कहा कि नेसांग रिम्पोचे के साथ बाबा बर्फानी का आना लाहौल-स्पीति और किन्नौर के जनजातीय समाज के लिए अत्यंत सुखद समाचार है। उनके अनुसार पुण्यतिथि के कार्यक्रम में बहुत लोगों के आने की आशा है और सभी के लिए चाय नाश्ता एवं भोजन की व्यवस्था के लिए लाहौल-स्पीति के विभिन्न महिला मंडल एवं अन्य संस्थाएं इन दिनों खूब पसीना बहा रहे हैं।
पिछले कल लला मेमे फाउंडेशन और लाहौल-स्पीति छात्र संघ ने रक्तदान शिविर और पुण्यतिथि की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए कुल्लू में एक बैठक का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता डॉ चन्द्र मोहन परशीरा ने की और इसमें मोहन लाल, क्रिस ठाकुर, अमर डोगरा, सुरेंद्र देओल, शाम आजाद, शंकर भानु, अंकिता साहनी, पूजा भुतुंगरु, अवदेश कोउपा, प्रियंका, सतिंदर रुडिंगवा, ज्योति शामिल हुए।