पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज़) : जिला सिरमौर में परंपराओं और संस्कृति के धनी गिरिपार क्षेत्र के आंजभौज में हर वर्ष 11 जनवरी को मनाए जाने वाले माघी त्योहार की तैयारियों में जुटे हुए है। क्षेत्र के लोग पर्व के लिए खरीददारी व अन्य तैयारियों को अंतिम रुप देने मे लगे हैं। पर्व के लिए मांसाहारी जहां बकरों की खरीद फरोख्त कर रहें है वहीं शाकाहारी वर्ग घी-शक्कर के इंतजाम में लगे हुए है। जानकारी के मुताबिक आंजभौज क्षेत्र मे माघी त्योहार सदियों से मनाया जाता है। परंपरा के मुताबिक इस पर्व पर बकरा काटा जाता है तथा मां काली के नाम की लहू की कढ़ाई चढ़ाई जाती है। बुर्जुगों के मुताबिक मां काली पूरे साल उनकी हर कष्टों से रक्षा करती है। इस पर्व को लेकर क्षेत्र के लोगों में उत्साह रहता है। अहम यह है कि इस पर्व के लिए घर से बाहर रोजी रोटी के जुगाड में व नोकरी कर रहे नोकरीपेशा लोग भी घर जरुर आते है। इससे परिवार मिलन भी हो जाता है और पर्व भी मनाया जाता है। जानकारी के मुताबिक यह माघी त्योहार गिरिपार क्षेत्र के तहसील शिलाई, संगडा़ह, राजगढ़, उपतहसील कमरउ, रोनहाट तथा पांवटा तहसील की आंजभोज की पंचायतों समेत उत्तराखण्ड के जोंसार बाबर और शिमला जिले मे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पर्व के पहले दिन दूर-दूूर से नौकरीपेशा लोग परिवार समेत अपने घर आतें है। पूरा परिवार मिलकर पारंपरिक व्यंजनों का लुत्फ उठाता है तथा मिल-जुलकर इस पर्व को मनाया जाता है। बहरहाल गिरिपार क्षेत्र मे माघी पर्व की तैयारियां शुरु हो चुकी है।
पर्व पर काटे जाते है बकरे
उक्त पर्व पर क्षेत्र मे बकरे काटे जाते है। हालांकि अब क्षेत्र मे करीब 50 फीसदी परिवार ऐसे हो चुके है जो शाकाहारी तरीके से बिना बकरे काटे इस पर्व को मनाते है। सबसे बड़ी बात यह है कि साल में एक बार वह लोग भी घर आ जाते है जो काम के सिलसिले मे साल भर बाहर रहते है।
माघी पर्व के लिए चलें स्पेशल बसों की मांग
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ इकाई कमरउ/कफोटा ने परिवहन निगम से मांग की है कि क्षेत्र के महत्वपूर्ण पर्व माघी के लिये नाहन से शिलाई निगम की कम से कम 4 स्पेशल बसे चलाई जायें। संघ के इकाई प्रधान भवान सिंह चौहान, महासचिव प्रताप पुंडीर, उपप्रधान सूरत पुंडीर, रामभज तोमर व धर्म सिंह ठाकुर आदि ने बताया कि क्षेत्र मे जनवरी माह मे मनाये जाने वाले महत्वपूर्ण माघी त्योहार के लिये प्रदेश के दूरदराज इलाके मे अपनी सेवाएं दे रहे कर्मचारी वर्ग व अन्य कामकाजी लोग परिवार के साथ अपने घर आतें है। उन्होने कहा कि क्षेत्र मे निगम की नाममात्र की सेवा है। क्षेत्र मे निगम की मात्र तीन बसें चल रही है जिनमे से दो बसे पांवटा से तथा एकमात्र बस नाहन से चलती है। ऐसे मे पर्व पर घर आने वाले लोगों को यातायात संबंधी दिक्कतों से दो चार होना पड़ता है। इसलिये पर्व के लिये क्षेत्र मे स्पेशल बसे चलनी चाहिये।
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