नाहन : ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब नाहन में गुरू नानक देव महाराज जी के 550वें प्रकाश उत्सव को समर्पित लड़ीवार कथा समागम का आयोजन किया गया। आयोजित कथा समागम रोजाना शाम साढ़े 7 बजे से 9 बजे तक गुरूद्वारा परिसर में आयोजित हुआ। लड़ीवार कथा में बाबा जरनेल सिंह लुधियाना वालों ने इस दौरान एक सप्ताह से ज्यादा कथा विचार के माध्यम से गुरू नानक देव महाराज जी के जीवन पर प्रकाश डाला।
दशमेश सेवा सोसायटी नाहन द्वारा कथा समागम गुरू नानक देव जी के नवम्बर माह में मनाए जाने वाले 550वें प्रकाश उत्सव को लेकर आयोजित किया गया। जानकारी देते हुए सोसायटी के अध्यक्ष सरबजीत सिंह ने बताया कि लड़ीवार कथा समागम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य गुरूओं द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने एवं उनके जीवन बारे संगतों को जानकारी देना है। ताकि गुरूओं के जीवन से प्रेरणा लेकर हम भी अपना जीवन सुधार सकें। गुरू नानक देव महाराज जी ने सभी धर्मो का सतकार करना और गुरूओं द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने की शिक्षा दी है।
उन्होंने बताया कि लंगर की प्रथा भी साहिब श्री गुरू नानक देव महाराज जी ने शुरू की। गुरू नानक देव महाराज जी ने 20 रुपए का लगाया लंगर आज भी गुरूद्वारा में अटूट बरतता है। गुरू नानक देव महाराज जी की शुरू की गई लंगर प्रथा आज भी गुरूद्वारा में निरंतर चलाई जा रही है। सरबजीत सिंह ने बताया कि कथा समागम में बाबा जरनेल सिंह लुधियाना वालों ने भी गुरू नानक देव महाराज जी के प्रकाश पर विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए उनके दर्शाए गए मार्ग पर चलने का आहवान किया। इस अवसर पर गुरूद्वारा परिसर में सैंकड़ों की संख्या में संगतों ने भाग लिया।
नाहन : गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब में कथा करते बाबा जरनेल सिंह