वी कुमार/मंडी
देव खेल की सदियों पुरानी परंपरा इस बार के अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में देखने को मिली। प्रशासन और देव समाज के प्रयासों से देव खेल का आयोजन हो सका।क्या होती है देव खेल…प्रदेश की प्राचीन देव संस्कृति का अपना एक स्मृद्ध इतिहास है। इसी देव संस्कृति का एक अहम हिस्सा है “देव खेल”। इसका अधिक प्रचलन मंडी की चौहारघाटी में है। यहां देव हुरंग नारायण को अराध्य देव माना जाता है और यह देव खेल इनके आहवान पर ही होती है।
सदियों से मनाए जाने वाले शिवरात्रि महोत्सव में देव खेल का आयोजन होता था। लेकिन जब राजाओं के राज समाप्त हुए और बागडोर प्रशासन के हाथों में आई तो देव खेल की परंपरा भी बंद हो गई। इस बार प्रशासन और देव समाज ने मिलकर इस परंपरा को शुरू करने का निर्णय लिया। रविवार को शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर इस देव खेल का आयोजन किया गया, जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ सेरी मंच पर पहुंची।
क्या होती है देव खेल….
देव खेल में देव हुरंग नारायण को मुख्य पुजारी विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद देवता की शक्तियों का आहवान करता है। प्रदर्शन के दौरान देव हुरंग नारायण के पुजारी रामलाल ने इस परंपरा का निर्वहन किया। राम लाल ने पहले देवता की विधिवत पूजा की और उसके बाद दैविय शक्तियों का आहवान किया। इस दौरान रामलाल ने अपने हाथ में छोटी कुल्हाड़ी भी पकड़ी और अपने शरीर पर उससे वार भी किए, लेकिन रामलाल को कोई चोट नहीं आई। रामलाल ने बताया कि जब यह सारी प्रक्रिया होती है तो उसे कुछ भी याद नहीं रहता। यह सब देवता के आदेश और आशीवार्द से ही संभव होता है।
उन्होंने बताया कि देव खेल से जहां इलाके को सुरक्षा का कवच मिलता है वहीं मौके पर मौजूद लोग यदि कोई मनोकामना मांगते हैं तो उसकी पूर्ति भी होती है।देव खेल में हालांकि अन्य देवी-देवताओं के पुजारी भी शामिल हुए, लेकिन सिर्फ देव हुरंग नारायण के पुजारी ने ही इस परंपरा का निर्वहन किया। बाकी पुजारी अपनी जटाओं से अपने मुहं को ढंकते हुए दिखाई दिए। जब इस बारे में हमने पता किया तो मालूम हुआ कि देव खेल के दौरान किसी भी पुजारी को बात करने की अनुमति नहीं होती, इसलिए सभी अपना मुहं बंद रखते हैं।
इस परंपरा को देखने के लिए लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे। यह पहला मौका था जब लोगों को इस प्राचीन संस्कृति को अपनी आंखों से देखने का अवसर मिला। कहा जा रहा है कि अब हर शिवरात्रि महोत्सव में देव खेल का प्रदर्शन किया जाएगा।