एमबीएम न्यूज/नाहन
श्रावण माह में लोक कल्याण के मकसद से चूड़धार चोटी पर भगवान शिरगुल के प्राचीन मंदिर में रुद्र महायज्ञ गुप्त शिवरात्रि के मौके पर संपन्न हो गया। चार दिन चले इस धार्मिक अनुष्ठान में प्राचीन शिवलिंग का रुद्राभिषेक हुआ। जब तक रुद्र पाठ चला, तब तक जलधारा से शिवलिंग का महाभिषेक चलता रहा।
चोटी पर आश्रम के ब्रह्मचारी स्वामी कमलानंद जी व ब्रह्मचारी स्वामी विरेंद्रानंद इस मौके पर खास तौर पर मौजूद थे। विशेष तौर पर चार ब्राह्मणों को अनुष्ठान के लिए बुलाया गया था। हालांकि पहले भी इस तरह का आयोजन होता रहा है, लेकिन इस बार इस अनुष्ठान को कुछ हटकर करने की कोशिश की गई। दीगर है कि शिरगुल देवता को भगवान शिव का अवतार माना जाता है।
इस साल चोटी पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी इजाफा रहा। ब्रह्मचारी स्वामी विरेंद्रानंद जी ने बताया कि समस्त भक्तजनों पर शिरगुल महाराज की कृपा व आशीर्वाद बना रहे। सब के घर में शांति बनी रहे, इसी मकसद से अनुष्ठान किया गया था। उन्होंने बताया कि वीरवार को अनुष्ठान संपन्न हो गया है।
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