मंडी (वी कुमार) : जाली रसीदें छपवाकर उन पर भक्तों से चंदा उगाहने के मामले का पटाक्षेप हो जाने के दो साल बाद भी दोषियों को जेल की सीखचों में नहीं पहुंचाने से खफा जिले के सरकाघाट उपमंडल के प्रसिद्ध शक्ति पीठ नौबाही माता मंदिर बचाओ संघर्ष समिति को उम्मीद बन गई है कि प्रदेश में सत्तासीन हुई जयराम ठाकुर सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस के वायदे पर खरी उतरेगी और इन मुजरिमों को दबोचा जाएगा। साल में लाखों की आमदनी वाले इस मंदिर का प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 28 मार्च 2007 को इस मंदिर का अधिग्रहण किया था।
लोगों का आरोप है कि मंदिर के अधिग्रहण के बाद इसमें विकास की एक ईंट तक नहीं लगी और इसके चलते ही मार्च 2016 में एक बड़े घोटाले का पटाक्षेप हो गया, जिसमें पाया गया कि सरकार के अधीन रहते हुए इस मंदिर में जाली रसीदों के आधार पर ही भक्तों से चंदा लेकर कुछ लोग जेबें भरते रहे। मामला जब गंभीर हो गया तो सरकार ने इसकी जांच सीआईडी को सौंप दी जिस पर सीआईडी ने 11 मार्च 2016 को तीन एफआईआर दर्ज की।
हैरानी यह है कि इस एफआईआर को दर्ज किए हुए दो साल होने को हैं, सारी जांच हो चुकी है, गोलमाल करने वाले सरकारी कर्मचारी व अधिकारी जो उस समय इस मंदिर की प्रशासकीय जिम्मेवारी संभाले हुए थे उनमें से कुछ नामजद हो चुके हैं मगर इनकी गिरफ्तारी न होना हैरानी व क्षोभ का कारण बना हुआ है।
आरोप है कि राजनीतिक संरक्षण होने के कारण इन अधिकारियों जिनमें से कुछ पदोन्नत व तबदील भी हो चुके हैं को बचाया जा रहा है। अब जबकि भाजपा ने भ्रष्टाचार के मामले को चुनावी मुद्दा बनाया था, इस पर जीरो टॉलरेंस होने की बात कही थी और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने भाजपा के दृष्टिपत्र को सरकार का दस्तावेज मान कर उस आधार पर काम करने की बात कही है तो नौबाही माता के लाखों श्रद्धालुओं व भक्तों को यह उम्मीद हो गई है कि अब माता के चढ़ावे का जाली रसीदें छपवाकर गोल करने वाले दबोचे जाएंगे।
रोचक यह भी है कि इस मामले में प्रख्यात आरटीआई एक्टिविस्ट देवाशीष भट्टाचार्य भी कूद पड़े हैं। उन्होंने जनता की आवाज को आधार मान कर लगभग 6 दर्जन सूचनाएं सूचना के अधिकार के तहत मांगी है। उनके सूचनाएं मांगने के बाद से ही य पर विकास के काम की हलचल जो दस साल तक नजर नहीं आ रही थी देखने को मिलने लगी है।
लोगों की मांग है कि दस साल होते रहे घपले का पैसा वसूल कर उसे मंदिर परिसर, जिसमें 61 प्राचीन मूर्तियां हैं व 23 बीघे में फैला है का समग्र विकास हो, यहां साल भर दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं व भक्तों के लिए पूरी सुविधाएं जुटाई जाएं। सीआईडी के सूत्रों का कहना है कि चार कर्मचारी व अधिकारियों की गिरफ्तारी इस मामले में तय है, जो कभी भी हो सकती है। अब नई सरकार इस मामले में कितनी तेजी दिखाती है यह देखने वाली बात होगी।