शिमला (एमबीएम न्यूज): उद्योग मंत्री अग्निहोत्री ने कहा कि पंडोगा में बनाए जा रहे अत्याधुनिक औद्योगिक क्षेत्र के कार्य की प्रगति की निगरानी के लिए प्रधान सचिव उद्योग की अध्यक्षता मेें एक समिति गठित की जाएगी, जो कार्य की प्रगति की समीक्षा के लिए प्रत्येक माह समीक्षा बैठक का आयोजन करेगी। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हाल ही में ऊना जिला के पंडोगा में अत्याधुनिक औद्योगिक क्षेत्र की आधारशिला रखी थी।
मुकेश अग्निहोत्री महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्य निर्धारित समय के भीतर पूरा करने के उद्देश्य से आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। अग्निहोत्री ने कहा कि इस परियोजना के कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करना सुनिश्चित बनाने के लिए पंडोगा में राज्य औद्योगिक विकास निगम के अधिशाषी अभियन्ता का स्थायी मण्डल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिशाषी अभियन्ता के साथ दो सहायक अभियन्ता और तीन कनिष्ठ अभियन्ता तैनात किए जाएंगे।
उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र के तहत आने वाली कुछ निजी भूमि को अधिग्रहित करने की प्रक्रिया भी साथ-साथ चलेगी। उन्होंने कहा कि हिमकॉन को भू-तकनीकी जांच एक माह के भीतर पूरी करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य वन विभाग सम्पूर्ण प्रस्तावित स्थल को एक माह के भीतर स्वीकृति दे देगा और राज्य औद्योगिक विकास निगम 31 दिसम्बर, 2015 तक स्थल का विकास सुनिश्चित बनाएगा। उन्होंने कहा कि जुलाई, 2016 तक 33 के.वी. का विद्युत उप-केन्द्र स्थापित करने के साथ-साथ विद्युत आपूर्ति लाईन बिछा ली जाएंगी।
अग्निहोत्री ने अधिकारियों को प्लाट की बुकिंग के लिए राज्य औद्योगिक विकास निगम की वैबसाईट पर ऑनलाईन विज्ञापन देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उद्यमियों की सुविधा के लिए साईट प्लान प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस औद्योगिक क्षेत्र में सांझा सुविधा केन्द्र, कॉमन इफल्यूएंट ट्रीटमेंट प्लांट जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ कामगार महिलाओं के लिए हॉस्टल और कामगारों के लिए वर्षा शालिकाओं आदि की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि भू स्थल के विकास कार्य पूरा होने पर पुल और दो नलकूपों के निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अगस्त, 2017 तक इस परियोजना के शुभारम्भ के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस अत्याधुनिक औद्योगिक क्षेत्र के विकास से उद्यमियों को प्रदेश में ही विश्व स्तर की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस परियोजना से जहां प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे, वहीं प्रदेश के राजकोष में भी वृद्धि होगी।
उद्योग मंत्री ने कहा कि इस अत्याधुनिक औद्योगिक क्षेत्र में पेपर, केमिकल, ग्लास आधारित उद्योगों की नई इकाइयों के अतिरिक्त यांत्रिकी एवं सम्बद्ध उत्पाद, सेवा प्रतिष्ठान, इंजिनियरिंग, स्टील फर्नीचर, फार्मा, स्टील वायर, काष्ठ फर्नीचर इत्यादि जैसे उद्योग भी स्थापित होंगे।
अग्निहोत्री ने कहा कि बीबीएमबी की स्थायी उप-समिति ने उद्योगों की बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ऊना जिले के टाहलीवाल में 220 के.वी. का विद्युत उप-केन्द्र स्थापित करने को स्वीकृति दी है।