मंडी (वी कुमार) : भाजपा और कांग्रेस में आए दिन किसी न किसी बात को लेकर शीतयुद्ध चलता ही रहता है। इन दिनों दोनों दलों के नेताओं पर जो केस चले हुए हैं। उस पर आरोप प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया। दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का मौका नहीं छोड़ रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश की राजनीति पिछले कुछ समय से पूरे उफान पर है। बड़े नेताओं पर चल रहे मामलों को लेकर राजनीति गर्मायी हुई है और इस गर्माहट को न भाजपा शांत होने दे रही है और न ही कांग्रेस। ताजा मामला कोर्ट में चल रहे मामलों की लेकर पैदा हुआ है। मंडी से भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कांग्रेस के पूरे संगठन को जमानत पर रिहा संगठन बताया है।
सांसद राम स्वरूप शर्मा का कहना है कि चाहे कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी हो या फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह या फिर कांग्रेस का कोई भी छोटे से छोटा कार्यकर्ता क्यों न हो, सभी जमानत पर रिहाई लेकर संगठन चला रहे हैं। सांसद के अनुसार प्रदेश सरकार के चर्चे तो इन दिनों देश भर में हैं और यही कारण है कि आज इस संगठन को और इस संगठन की सरकारों को जमानत पर रिहा हुए लोग चला रहे हैं।
अब अगर ऐसी स्थिति में संगठन पर इतना बड़ा हमला हो जाये और कांग्रेस के नेता हाथ पर हाथ धरे बैठे रहें ऐसा कभी हो सकता है। नहीं न, तो इस बार भी नहीं हुआ। जैसे ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह ठाकुर को भाजपा सांसद के इस तीखे बयान की भनक लगी तो उन्होंने भी भाजपा की कुंडली खोलकर सामने रख दी। प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा नेता अपनी यादाशत भूल जाते हैं। भाजपा नेता बंगारू लक्ष्मण वाला कांड भूला चुके हैं और इन्हें शायद यह भी मालूम नहीं कि इनके राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद जमानत पर चल रहे हैं।
इस बात में कोई दो राय नहीं कि दोनों ही दलों के कई दिग्गज इन दिनों किसी न किसी मामले से घिरे हुए हैं और दोनों ही दलों के नेता अदालत के चक्कर काटने को भी मजबूर हैं, लेकिन क्या करें राजनीति होती ही ऐसी चीज है कि अपनी कमीज कितनी भी फटी क्यों न हो, छेद दूसरे की कमीज पर ही नजर आता है।