सुंदरनगर (नितेश सैनी): प्रदेश कांग्रेस के सचिव व प्रभारी नाचन चुनाव क्षेत्र ठाकुर हीरा पाल सिंह ने काली भेड़ों पर कांग्रेस नेताओं द्वारा कार्रवाई की बात को तर्कसंगत बताते हुए कहा कि काली भेड़ों पर कार्रवाई करना बहुत लाजमी है, लेकिन इससे पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष को इस संबंध में निर्णय उम्मीदवार चयन से पहले की प्रक्रिया को सही और सरल बनाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि आखिरकार काली भेड़ें पैदा कहां होती हैं और क्यों होती हैं। इसके लिए स्थानीय नेतृत्व व ऊपरी स्तर का नेतृत्व सामूहिक रूप से जिम्मेदार है। किसी भी संगठन को किसी भी चुनाव में उतरने से पहले अपनी ठोस नीति बनाने की आवश्यकता है, क्योंकि अगर हमारे पास ठोस नियम नहीं होंगे, तो हर कोई आदमी बागी होकर चुनाव लडऩे की चेष्ठा करेगा, जिससे काली भेड़ों जैसे शब्दों का उत्थान होगा, जो सही मामले में कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दल के लिए खतरे की घंटी साबित हो रहा है। काली भेड़ों पर कार्रवाई करने की बजाए उनके पैदा होने पर विचार विमर्श होना चाहिए। साथ में काली भेड़ों पर एकतरफा कार्रवाई की बजाए इस प्रकार के नियम बनाए कि काली भेड़ें पैदा होने पहले सौ बार सोचें।