धर्मशाला (एमबीएम न्यूज़): डीसी कांगड़ा रितेश चौहान ने कहा कि कांगड़ा जिला में ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ अभियान को मिशन मोड पर चलाया जाएगा। डीसी ने जिला में लिंगानुपात में सुधार लाने और 0 से 5 वर्ष तक की शिशु मृत्युदर में कमी लाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सभी की सक्रिय भागीदारी व समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। डीसी यहां बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के कार्यान्वयन के संदर्भ में कार्य योजना की रूपरेखा पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस योजना को जिला में प्राथमिकता के आधार पर कार्यान्वित किया जाएगा और वे स्वयं इसकी प्रगति पर नजर रखेंगे। चौहान ने कहा कि बेटे और बेटियों के बीच भेदभाव की मानसिकता में सकारात्मक बदलाव लाना सभी की सामुहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जिला में लैंगिक असंतुलन को दूर करने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ-साथ लड़कियों की शिक्षा, सुरक्षा, सम्मान और अधिकारों को लेकर भी जागरूकता पर बल दिया जाएगा। उन्होंने जिला रैडक्रास समिति के पदाधिकारियों को योजना के कार्यान्वयन के संदर्भ में विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिला में योजना के कार्यान्वयन को लेकर 20 फरवरी 2016 तक कार्य योजना का प्रारूप तैयार करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कार्य योजना का प्रारूप तैयार करते समय इस योजना के सफल कार्यान्वयन के संदर्भ में देशभर में अपनाए गए श्रेष्ठ प्रचलनों को कार्य योजना में शामिल करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों, गैर सरकारी संगठनों एवं विभिन्न संस्थानों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ कार्य योजना के प्रारूप पर विस्तृत चर्चा करने एवं प्राप्त फीडबैक पर विमर्श के उपरांत कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए जिला एवं खण्ड स्तर पर विशिष्ट कार्य दल गठित किए जाएंगे। इसके अलावा पंचायत एवं ग्राम स्तर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों, सेवानिवृत कर्मचारियों एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लेकर विशेष जत्थे बनाए जाएंगे। बैठक में ग्राम स्तर पर ‘‘ मदर्स क्लब’’ और ‘‘नवविवाहित दंपत्ति क्लब’’ के गठन के सुझाव भी प्राप्त हुए और इन क्लबों को बेटियों के जन्मदिन पर पार्टी करने के लिए प्रेरित करने पर बल दिया गया।