सोलन (एमबीएम न्यूज़) : भाजपा मंडल सोलन की शुक्रवार को हुई प्रथम बैठक में शहर में पांव पसार चुका पीलिया रोग पर चिंता व्यक्त की गई। बैठक के दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि स्थानीय विधायक डा. धनीराम शांडिल सोलन पांव पसार चुका पीलिया रोग को नियंत्रित करने में विफल साबित हो रहे हैं। लिहाजा कैबिनेट मंत्री डा. धनीराम शांडिल को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
ऐतिहासिक ठोडो मैदान स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय में भाजपा मंडल सोलन की नई कार्यकारिणी की प्रथम बैठक मंडलाध्यक्ष रविंद्र परिहार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जहां संगठन को मजबूत करने पर बल दिया गया, वहीं सोलन में पांव पसार चुके पीलिया के जीवाणु को लेकर चिंता व्यक्त की गई। बैठक को संबोधित करते हुए रविंद्र परिहार ने कहा कि प्रदेश सरकार पीलिया बीमारी पर काबू पाने में विफल साबित हो रही है।
उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि स्थानीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री डा.धनीराम शांडिल अश्वनी उठाऊ पेयजल योजना के पानी को पीने योग्य बता रहे हैं,लेकिन राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान पुणू की रिपोर्ट में अश्वनी खड्ड के पानी को प्रदूषित बताया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि स्थानीय विधायक सोलन में फैले पीलिया रोग को लेकर कितने गंभीर है। उन्होंने सरकार पर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप जड़ा है। रविंद्र परिहार ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की जरा भी चिंता होती तो योजनाओं के पानी में घुल-मिल चुके पीलिया जीवाणु को समाप्त करने के लिए मुस्तैदी के साथ हरकत में आती।
उन्होंने कहा कि सोलन में पीलिया एक के बाद एक व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले रहा है,लेकिन सरकार इस पर नियंत्रण करने की बजाए मीडिया में बड़े-बड़े दावे कर रही है। भाजपा ने कहा कि पीलिया के जीवाणु ने इतनी दहशत पैदा की हुई है कि लोग इच्छानुसार पानी का सेवन तक नहीं कर रहे हैं। बैठक में भाजपा कार्यकर्ताओं ने डा. धनीराम शांडिल से मंत्री पद से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है। बैठक में मिशन-2017 को लेकर भी चर्चा की गई तथा इसके लिए रणनीति बनाई गई।