सुंदरनगर (नितेश सैनी): नगर परिषद सुंदरनगर के पूर्व में उपाध्यक्ष रहे नरेश सेन व भाजपा समर्थित तीसरी बार पार्षद बनी रक्षा धीमान ने पत्रकारवार्ता में कहा है कि हाल ही में नगर परिषद सुंदरनगर के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनावों में कांग्रेस व भाजपा पार्टी ने सरेआम लोकतंत्र का गला घोटा है। अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस व भाजपा ने आर्थिकी खरीद फरोख्त करके किया है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि वरिष्ठता को दरकिनार करके कांग्रेस व भाजपा ने आपसी मिलीभक्ति के चलते ऐसे लोगों को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनाया गया है। जिनका कार्यकाल ज्यादा समय तक फलने फूलने वाला नहीं है। नरेश सेन का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने चुनावों में हराने के लिए उसके खिलाफ ही प्रत्याशी चांगर से खड़ा कर दिया। लेकिन चांगर की जनता के मिले प्रेम व आर्शीवाद से वह पार्षद बने हैं। उन्होंने कहा कि वह इसके बारे में सीएम वीरभद्र सिंह व कांग्रेस पार्टी के कप्तान सुखविंद्र सिंह से शिकायत करेंगे।
रक्षा धीमान का कहना है कि उन्हें भाजपा अध्यक्ष का गत रात हुई बैठक में आश्वस्त किया था कि नगर परिषद अध्यक्ष पर उनकी दावेदारी भाजपा की ओर से तय हुई है। लेकिन ऐन मौके पर समीकरण बदलने की सूरत में वह नामांकन पत्र तक दायर नहीं कर सकी। उनके साथ कोई भी खड़े होने के लिए तैयार नहीं था। उन्होंने कहा कि वह 1983 से भाजपा के साथ जुड़ी हुई हूँ और उन्हें आज इसी वफादारी का सिला पार्टी की ओर से यूँ मिला है। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं द्वारा सरेआम उसके साथ बेबफाई की है। जिससे वह काफी आहत में हैं।