धर्मशाला (एमबीएम न्यूज़): पर्यटकों को लुभाने और स्थानीय लोगों, विशेषकर युवाओं को समृद्ध सैन्य, हिमाचली एवं तिब्बती मूल्यों, परम्पराओं और संस्कृतियों से रू-ब-रू करवाने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘‘फ्यूजन’’ आयोजित करने की कांगड़ा ज़िला प्रशासन की पहल सफल सिद्ध हुई है। ज़िला प्रशासन द्वारा प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से धर्मशाला के मैक्लोडगंज में आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में सुध-बुध बिसरा आनंद में झूमते पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों का बड़ा हुजूम इस बात की स्पष्ट बानगी है।
‘‘फ्यूजन’’ का आनंद लेने वाले सैंकड़ों पर्यटको ने शानदार कार्यक्रम के उपरांत आनंद विभोर होकर अपनी खुशी व्यक्त की तथा ज़िला प्रशासन के इस प्रयास की भरपूर सराहना की। परिवार सहित मैक्लोड़गंज घूमने आए हैदराबाद के कस्तूरी, दिल्ली की अनिता, पंजाब के हरिन्द्र सिंह, जर्मनी की क्लॉडिया, इजराईल के जकिन अमित सहित सैंकड़ों देशी-विदेशी पर्यटक ‘‘फ्यूजन’’ के रंग में रंगे नजर आए और सभी ने खुले मन से विभिन्न दलों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की तारीफ की।
पर्यटकों का कहना था कि इस कार्यक्रम में उन्हें भारतीय सेना, हिमाचल प्रदेश एवं यहां रहने वाले तिब्बती समुदाय की संस्कृतियों को जानने का अवसर मिला है, जो अपने आप में अविस्मरणीय है। पर्यटकों ने कहा कि ‘‘फ्यूजन’’ में दिखा सांस्कृतिक समन्वय उन्हें जीवनपर्यन्त याद रहेगा। इस कार्यक्रम में टिपा अर्थात तिब्ब्त कला निष्पादन संस्थान की ओर से सिंह नृत्य और रालपा नृत्य प्रस्तुत किया गया। भारतीय सेना के जवानों की टुकड़ी ने भांगड़ा और गतका की शानदार प्रस्तुति दी। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने कांगड़ा ज़िला का प्रसिद्ध नृत्य झमाकड़ा और लोकगीतों पर आधारित शहनाई वादन प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा राकेश शर्मा, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी बलबीर ठाकुर, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक अजय पाराशर, टिप्पा के निदेशक बांगडू़, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव गांधी, भारतीय सेना के अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक एवं स्थानीय लोग उपस्थित थे।