नेरचौक (नितेश सैनी):जिला स्तरीय भंगरोटू ऐतिहासिक नलवाड़ मेले की पहली और दूसरी सांकृतिक संध्याओं में लुत्फ उठाने वाले दर्शकों को तीसरी और अंतिम सांस्कृतिकसंध्या में मायूस होना पड़ा। हालांकि हिन्दूस्तान-पाकिस्तान के हाई वोल्टेज मैच के चलते भी सैंकड़ों की संख्या में आए दर्शक अंतिम संध्या में इंडियन आईडल फेम गीता भारद्वाज की प्रस्तुतियों को देखने उमड़े थे। गीता भारद्वाज ने हिंदी फिल्मी गानों से अपनी प्रस्तुतियों की शुरूआत कर प्रेम रत्न धन पायो, कजरा मोहब्बत वाला, झूमका गिरा रे बरेली, गाने प्रमुख थे, जोकि दर्शकों के मन को रोमांचित करने में नाकाम रही।
तत्पश्चात् गीता ने पहाड़ी एक अधिया मंगाई दे रे, लाल चिडि़ए सौहरी न जाना, नीरू चाली घूमदी, लाल तेरा साफा वो भौरा सहित गीत गाए, लेकिन इसमें भी दर्शकों से तालियां बटोरने में नाकामयाबी ही झेलनी पड़ी। दर्शकों की मायूसी को भांपते हुए मांडव्य कला मंच के संचालक एवं लोक संपर्क विभाग में सहायक लोक संपर्क अधिकारी कुलदीप गुलेरिया स्वयं पुरानी फिल्मों के नगमों, जिनमें मुकेश का गाया हुआ गाना, जाने कहां गए वो दिन, व मुहम्मद रफी का गाया गीत आने से उसके आए बहार गाकर दर्शकों का मनोरंजन कर खूब वाहवाही लूटी।
वहीं मंडी के हास्य कलाकार हरबंस अरोड़ा नामधारी ने भी अपनी कॉमेडी से कुछ हद तक दर्शकों का मनोरंजन कर उन्हें लोट-पोट किया। उन्होंने अपनी हास्यरस बातों के माध्यम से सामाज में फैली कुछ कुरीतियों पर भी कुठाराघात किया। इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बल्ह विधायक एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी की धर्मपत्नी कृष्णा चौधरी ने शिरकत की। वहीं बल्ह विकास खंड अधिकारी सिकंदर, बल्ह थाना प्रभारी संजीव सूद, व्यापार मंडल प्रधान व उपप्रधान व प्रैस कल्ब प्रधान व सदस्य भी उपस्थित रहे।