नाहन (एमबीएम न्यूज): ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब में श्री गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज के नाहन आगमन को लेकर इस मर्तबा विशाल जोड़ मेले का आयोजन किया जा रहा है। 27 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चौगान मैदान में मेले का आयोजन होगा। जिसमें विभिन्न प्रकार के झूले लोगों का आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
जानकारी अनुसार गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज के नाहन आगमन को इस बार आगमन जोड़ मेले के रूप में मनाया जा रहा है। जिसमें विशाल नगर कीर्तन एवं गुरमत समागमों समेत मेडिकल कैंपों का आयोजन होगा। गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अमृत सिंह शाह ने बताया कि 29 व 30 अप्रैल को गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज के नाहन आगमन पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।
यहां 29 अप्रैल को विशाल नगर कीर्तन, नि:शुल्क मेडिकल कैंप का आयोजन होगा, वहीं 30 अप्रैल को कीर्तन दरबार आयोजित किया जाएगा। जिसमें सिख पंथ की महान हस्तियां पहुंच कर संगत को निहाल करेंगी। शाह ने बताया कि कीर्तन दरबार व विशाल नगर कीर्तन को लेकर संगतों में भारी उत्साह है। वहीं इस बार चौगान मैदान में लगाए जा रहे मेले को लेकर भी लोगों में खुशी है।
शाह ने बताया कि सिरमौर के राजा मेदनी प्रकाश के बुलाने पर दशमपिता श्री गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज नाहन आए थे। जिनको सिरमौर रियासत के राजा टोका साहिब से ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत कर यहां लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज नाहन में 8 माह कुछ दिन रहे थे, जिसके बाद वह सिरमौर रियासत के पांवटा साहिब में भी रहे। उन्होंने बताया कि गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज के नाहन आने की खुशी में प्रतिवर्ष गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब में विशाल नगर कीर्तन व कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाता है।
इस बार मेले का आयोजन भी किया जा रहा है। शाह ने बताया कि 29 अप्रैल को सुबह 10 बजे अखंड पाठ साहिब की समाप्ति होगी। जिसके उपरांत दरबार साहिब में कीर्तन दरबार आयोजित होगा। इस दौरान चिकित्सा शिविर का भी आयोजन होगा। इसके पश्चात दोपहर बाद गुरूद्वारा से नगर कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुख्य आर्कषण का केंद्र गुरू ग्रंथ साहिब महाराज की पालकी साहिब रहेगी।
उन्होंने बताया कि 30 अप्रैल को शाम 6 बजे से रात्री 1 बजे तक कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भाई देविंद्र सिंह सोढ़ी लुधीयाना वाले, भाई धरमवीर सिंह जी पटियाला वाले, भाई गुरमीत सिंह एवं लक्ष्मण सिंह हजूरी रागी कीर्तन कर संगत को निहाल करेंगे।