नाहन(एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल प्रदेश उर्दू शायरी के दस्तारे फजीलत (विद्वता की पगड़ी) के नाम से मशहूर उर्दू शायर जनाब-ए-सुरेश चंद्र शौक के निधन पर जिला के कवियों व कलाकारों में शोक की लहर दौड़ गई है।
कवि भुवन चंद्र जोशी, पंकज तन्हा, दीपचंद कौशल, जावेद उल्फत, चिरआनंद विजय रानी बंसल, शून्य विनोद, श्रीकांत अकेला, धर्म सिंह तोमर, सरला गौतम, शबाना सैय्यद, चित्रकार जितेंद्र थापा, शबनम रहमान ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने तथा शोक संतप्त परिवार को आद्यात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है।
पंकज तन्हा ने बताया कि शिमला निवासी शायर सुरेश चंद्र शौक 79 वर्ष के थे। वह अपने बेटे से मिलने मुबई गए हुए थे। जहां वह पिछले पांच दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्होंने शनिवार देर रात को अंतिम सांस ली। तन्हा ने बताया कि अदब की दुनिया में शौक साहब को विद्वता की पगड़ी के नाम से जाना जाता है।