रिकांगपिओ (जीता सिंह नेगी) : शोंगठोग-करच्छम विद्युुत परियोजना प्रभावित पंचायत पवारी-तागंलिंग के ग्रामीणों ने परियोजना-प्रंबधन एचपीपीसीएल कार्यालय का घेराव किया। परियोजना प्रबंधन द्वारा प्रभावित क्षेत्र के पवारी -तागंलिग के ग्रामीण की मांगें पूरा न करने पर ग्रामीण व ग्राम विकास कमेटी ने पिछले कई दिनों से पवारी पंचायत क्षेत्र में परियोजना का कार्य रोका गया है।
पंचायत व ग्राम विकास कमेटी का आरोप है कि प्रबंधन प्रभावित क्षेत्र के मांगो की अनदेखी कर रही है। प्रभावित क्षेत्र के स्थानीय लोगों को रोजगार न देने, रिहायशी मकानों में दरारें व पर्यावरण प्रदूषण का मुआवजा न देने को लेकर प्रभावित क्षेत्र पवारी-तांगलिंग पंचायत व ग्राम विकास कमेटी पिछले कई दिनों से मुखर है। इससे पूर्व ग्राम विकास कमेटी पवारी-तांगलिंग ने परियोजना निर्माण प्रबंधक हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन व मुख्य ठेकेदार पटेल कंपनी को लिखित शिकायत भी दी है। पंचायत व ग्राम विकास कमेटी का कहना है कि परियोजना प्रबंधन एचपीपीसीएल, निमार्ण कंपनी पटेल व उपठेकेदारो द्वारा परियोजना कार्य शुरू होते ही परियोजना प्रभावित पंचायत क्षेत्र के स्थानीय लोगों को प्रत्येक घर से एक परिवार को पुर्नवास एंव पुर्नस्थापना योजना के तहत रोजगार देना था लेकिन प्रबंधन द्वारा युवाओं को रोजगार नही दिया गया।
कमेटी अध्यक्ष ज्योति प्रकाश व सचिव विजय नेगी ने कहा कि परियोजना के निर्माण में भारी ब्लास्टिंग करने से तांगलिगं-पवारी गांव के ऊपर पहाडियों पर से कच्चे बोल्डर व चट्टानें खिसकने का खतरा बना है। वहीं रिहायशी मकानों मे दरारंे आने से गांव का वजूद खतरे में है। परियोजना निर्माण के लिए भारी मात्रा के ब्लास्टिंग के गैस व भारी मात्रा में गाडियों की आवाजाही व डंपिंग की वजह से सेब व अन्य नगदी फसल धूल व मिटटी के कारण नुकसान स्थानीय लोगो को झेलना पड रहा है।
उन्होंने कहा कि परियोजना निर्माण से पूर्व प्रभावित पंचायत पवारी व एचपीपीसीएल के मध्य 25 शर्ते मानी थी जिसमें आरएंडआर प्लान के तहत स्थानीय प्रभावित पंचायत व भूमि अर्जन के बाद मुख्य परियोजना प्रभावित पंचायत के लोगों को रोजगार व परियोजना द्वारा रोजगार न देने की सूरत में एक हजार दिन का बेरोजगार भत्ता देना था लेकिन आज तक नही दिया गया। इसी तरह नगदी फसल के नुकसान के एवज में नुकसानी का भुगतान दिया जाना था जो आज तक नहीं दिया गया। इसी तरह प्रबंधन ने कई ओर कार्य करने की शर्ते मानी थी लेकिन आज तक कोई कार्य नही हुआ है।
पंचायत व ग्राम विकास कमेटी ने परियोजना प्रबंधन को चेतावनी दी है कि जब तक परियोजना प्रबंधन स्थानीय बेराजगारों को रोजगार नही देता तब तक परियोजना प्रभावित पवारी पंचायत क्षेत्र में परियोजना का कार्य को नही चलने देगें।