पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज़) : अमूमन निजी व सरकारी कार्यक्रमों में स्मृतिचिन्ह भेंट कर मेहमानों को नवाजा जाता है। लेकिन यहां एक अनोखी रिवायत की शुरूआत हुई है। कार्यक्रम की मुख्यातिथि समेत अन्य मेहमानों को स्मृति चिन्ह या फिर फूलों के गुलदस्ते की बजाय पौधे भेंट किए गए, ताकि पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी प्रचारित हो सके। साथ ही मेहमान जब घर पहुंचे तो अपने गमले या फिर जमीन में रोंप कर पर्यावरण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के इग्नू अध्ययन केंद्र 1133 में नवागत शिक्षार्थियों हेतु परिचय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में श्रद्धेय शिक्षाविद कमला जोशी ने शिरकत की। इसके अतिरिक्त प्रसिद्ध एवं वरिष्ठ पत्रकार श्याम लाल पुंडीर ने विशिष्ट अतिथि के रूप में गोष्ठी की शोभा बढ़ाई। अन्य गणमान्य अतिथियों में त्रिवेणी स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस की प्रिंसिपल पिंकी रमौल, डॉ. किरण बाला शर्मा, परामर्शदाता प्रो. यशपाल तोमर, प्रो. शांता कुमार नेगी, राज कुमार तथा संजय शर्मा आदि विद्यमान रहे।
सर्वप्रथम मंच संचालक गुरप्रीत सिंह ने सभी का स्वागत किया। मुख्य अतिथि कमला जोशी को त्रिवेणी स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस की प्रिंसिपल पिंकी रमौल ने पौधा भेंट कर सम्मानित किया तथा कार्यक्रम की सदस्यता प्रदान की। इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि श्याम लाल पुंडीर को प्रो. अमिता जोशी सह.समन्वयक ने पौधा भेंट कर सम्मानित किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह के तौर पर पौधा भेंट कर अध्ययन केंद्र ने पर्यावरण संरक्षण की ओर एक बहुमूल्य कदम बढाया।
इसके उपरान्त इग्नू सहायक संजय कुमार ने सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया एवं इग्नू का संक्षिप्त परिचय दिया। इग्नू अध्ययन केंद्र 1 फरवरी 2005 को अस्तित्व में आया। सिरमौर वासी महाविद्यालय के निवर्तमान प्राचार्य प्रो. रमेश रवि, जो कि मंडी जिले से ताल्लुक रखते हैं, एवं डॉ. राकेश शर्मा, इग्नू अध्ययन केंद्र के प्रथम समन्वयक जो हमीरपुर जिले से ताल्लुक रखते है, के आभारी हैं, जिनके अथक प्रयास से अध्ययन केंद्र की स्थापना हुई।
इग्नू अध्ययन केंद्र की वर्तमान में कुल अभ्यर्थियों की संख्या 748 है। इस समय अध्ययन केंद्र में विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत कुल अनुमोदित परामर्शदाताओं की संख्या 41 है, जिनकी सेवाओं के माध्यम से इस वर्ष कुल 212 परामर्श सत्र अध्ययन केंद्र में आयोजित किये गए।