मंडी( वी कुमार ): गांवों में चली ठेकों को बंद करने की मुहिम अब शहर में भी पहुंच गई है। इसके लिए नगर परिषद आगे आई है, सर्वसम्मति राय से एक प्रस्ताव
पारित करके शहर के समखेतर स्थित अंग्रेजी व देसी शराब के ठेके को बंद करने की मांग रखी है। इस बारे में पारित प्रस्ताव की लिखित सूचना भी सहायक आयुक्त आबकारी एवं कराधान विभाग को दे दी है।
कार्यकारी अधिकारी उर्वशी वालिया की ओर से भेजे गए इस पत्र में कहा गया कि नगर परिषद की 16 जनवरी को संपन्न हुई बैठक में समखेतर मुहल्ला मंडी में चल रहे अंग्रेजी व देसी शराब के ठेके को बंद करने का मामला सदन पटन पर रखा गया। इसके बारे में बताया गया कि यह ठेका शैक्षणिक संस्थान अरूण सरस्वति स्कूल के नजदीक है जबकि नियमों के अनुसार किसी भी शैक्षणिक संस्था के 100 मीटर के दायरे में इस प्रकार के शराब के ठेके नहीं खुल सकते।
इस पत्र में साफ़ किया गया है कि नगर परिषद के प्रस्ताव संख्या 60 (14) दिनांक 16 जनवरी के तहत सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया इस शराब ठेके को यहां से बंद किया जाए। इस बारे में सहायक आयुक्त आबकारी एवं कराधान विभाग से आग्रह किया गया है नगर परिषद के इस सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव को देखते हुए शराब के ठेके को बंद किया जाए। इसकी प्रतियां उपायुक्त को भी भेजी गई है।
इधर समखेतर के पार्षद पुष्प राज कात्यायन ने बताया कि नगर परिषद के इस प्रस्ताव को देखते हुए पिछले दिनों आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा ठेके से लेकर स्कूल तक की दूरी मापी गई जो 87 मीटर निकली जबकि 100 मीटर के अंदर कोई भी ठेका नहीं खोला जा सकता है। उनका कहना है कि अब विभाग इस प्रयास में है कि राजस्व के नुकसान का हवाला देकर स्कूल प्रशासन से यह लिखवा कर ले लिया जाए कि उन्हें इससे कोई एतराज नहीं है और फिर से इस ठेके को खोल दिया जाए।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद के प्रस्ताव को देखते हुए इसे किसी भी हालत में नए सिरे से अगले वित्त वर्ष के लिए नीलाम न किया जाए। यदि ऐसा होता है तो लोग आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे क्योंकि इस ठेके के कारण घनी आबादी के इस क्षेत्र में बेहद परेशानी लोगों को उठानी पड़ रही है।