मंडी( वी कुमार ) : शहर के 33 वर्षीय डॉ, उदय शंकर ने मंडी से कन्याकुमारी तक साइकिल से यात्रा करके एक नया इतिहास रचा है। उन्होंने अपना यह अभियान कन्याकुमारी से भी 246 किलोमीटर आगे मदुरैई जाकर पूरा किया। 10 दिसंबर को डॉ, उदय शंकर ने मंडी से अपनी यह यात्रा शुरू की थी और 24 जनवरी को वह कन्याकुमारी और उसके बाद मदुरैई पहुंचे। वापस पहुंचे उदय शंकर का परिजनों, मित्र जनों व शुभचिंतकों ने भव्य स्वागत किया।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि लगभग 4260 किलोमीटर लंबी यात्रा में उन्होंने 12 राज्यों से होकर यह सफर पूरा किया। इनमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडू, केरल राज्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वह हर रोज 100 से 155 किलोमीटर तक का सफर तय करते रहे हैं। इस यात्रा के अनुभवों को सांझा करते हुए डॉ उदय शंकर ने बताया कि ज्यादा सफर देश के तटीय क्षेत्र का रहा है जहां पर बेहद गर्मी, उमस, सन बर्न व चमड़ी झुलसा देने वाले वातावरण वाला रहा है।
इसके बावजूद इस क्षेत्र के लोगों का बेहद प्यार व सहयोग मिला जो हमेशा याद रहेगा। उन्होंने बताया कि उनके इस अभियान का कोई प्रायोजक नहीं था। यह अभियान उन्होंने अपने दम पर पूरा किया। वह पेशे से आयुर्वेदिक चिकित्सक हैं और उनमें साईकलिंग का जुनून है। इससे पहले भी वह मंडी से लेकर तक 600 किलोमीटर की यात्रा साइकिल से कर चुके हैं जबकि कारगिल से मंडी तक 820 किलोमीटर की यात्रा भी उन्होंने साइकिल से की है।
इन यात्राओं के दौरान उन्होंने श्रीनगर कारगिल लेह मार्ग पर फौतुला (13479), नागकिला (12198) , लेह मार्ग पर तंगलुंगला (17582), लांगचुंगला (16042) व रोहतांग दर्रा (13069) को भी साइकिल से नापा है। स्कूटी व बाइक के शौकीन आज के युवाओं को डॉ, उदय शंकर से प्रेरणा लेनी चाहिए जो साइकलिंग को अपना जुनून बनाए हुए है। उदय शंकर के बराबर साइकिल से यात्राएं करने वाला शायद ही कोई और प्रदेश में हो। प्रदेश सरकार को भी ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत करना चाहिए।