हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : नादौन में बच्चों के लिए खेलने का एक मात्र स्थल खरीड़ी मैदा प्रशासन की अनदेखी के चलते खेल मैदान न रह कर टैक्सी स्टैंड बन चुका है । हालात यहां तक गंभीर बन चुका है कि यहां एक दो दर्जन नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में में टैक्सियां ट्रक तथा अन्य वाहन खड़े देखे जा सकते हैं। शहर में आने वाले वाहनों ने तो इस स्थल को सुरक्षित स्थल समझ कर पार्किंग ही बना रखा है। लेकिन कोई भी प्रशासनाधिकारी इस पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिससे स्थानीय लोगों तथा खास कर युवाओं में रोष व्याप्त है ।
नादौन में युवाओं को खेलने के लिए इसके अतिरिक्त स्थल नहीं है । एक समय था जब बच्चे तथा युवा इस स्थल पर खेला करते थे। नादौन में सरकार ने वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला परिसर में खेल छात्रावास तो बना दिया परंतु यहां रह रहे प्रशिक्षु भी बिना मैदान के ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। ऐसे में कैसे खेल प्रतिभाओं को तराशा जाएगा। इस पर भी प्रश्नचिन्ह बना हुआ है।
इस मैदान के राजस्व अधिकार आजकल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन के नाम चल रहे हैं परंतु स्कूल प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। लगभग 15 वर्ष पहले जब प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह नादौन आए थे तो उन्होंने इस मैदान को उभारने के लिए इससे चारों ओर रानी जाली लगाने की घोषणा की थी । परंतु यह आदेश भी फायलों तक ही सीमित रह गए ।
स्थानीय लोगों तनुज मेहरा, अनुज कुमार, मनोज कुमार, राजेश कुमार, विवेक कुमार, मनोरंजन, सुभाष चंद, संजय कुमार, सुनील कुमार, चमन लाल आदि का कहना है कि जब भी कभी एक दो वर्ष बाद इस स्थान पर किसी बड़े राजनेता की जनसभा तय होती है तो प्रशासन इस मैदान की साफ-सफाई करवाता है लेकिन बाद में इस कार्य को भूल जाता है।
उनका कहना है कि इस मैदान के राजस्व अधिकारों को स्कूल के नाम करवाने के लिए स्थानीय लोगों ने प्रदेश उच्च न्यायालय तक लड़ाई लड़ी थी, लेकिन फिर भी प्रशासनिक अनदेखी के कारण यह स्थल एक टैक्सी स्टैंड तथा कूड़ा कचरा फैंकने का स्थल बन चुका है। उन्होंने सरकार से इस मैदान की सुध लेने की मांग की है।