शिलाई (एमबीएम न्यूज): बेटियों की कथित सौदेबाजी को लेकर पूरा इलाका राज्य से बाहर भी चर्चा में आ गया। बैठे-बिठाए नेताओं ने इस पर टिप्पणियां की। लेकिन बड़ी बात यह सामने आई है कि मौजूदा कांग्रेस सरकार का कोई भी मंत्री चार सालों के दौरान इस विधानसभा में नहीं आया। केवल एक मर्तबा पंचायतीराज मंत्री अनिल शर्मा के कफोटा में दर्शन हुए।
क्षेत्रवासियों को इस बात की टीस है कि सरकार के मंत्रियों ने इस हलके के प्रति कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि सूबे का अगर कोई मंत्री क्षेत्र में आता है तो कई छोटे विकास कार्य खुद ही रफ्तार पकड़ लेते हैं। साथ ही संंबंधित विभाग के अधिकारियों पर भी दबाव बनता है। सरकार चार साल का जश्न मना रही है। लेकिन इस इलाके के लोग इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि आखिर वे क्योंकि इस जश्न में शामिल हो, जब कोई मंत्री दिलचस्पी नहीं दिखाता है।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपने स्तर पर एक-दो मर्तबा हलके का दौरा कर चुके हैं। मंत्रियों के कार्यक्रमों की स्थिति सिरमौर के अन्य हलकों में भी निराशाजनक है, लेकिन शिलाई हलका तो मंत्रियों ने पूरी तरह से ही नजरअंदाज कर दिया। सूबे के मुख्यमंत्री बार-बार कह चुके हैं कि सचिवालय में बैठने के साथ-साथ प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में दौरा करना चाहिए। लेकिन शायद इस बात का असर मंत्रियों पर नहीं है।
अंदरखाते एक बात यह भी सामने आ रही है कि क्षेत्र की अंदरूनी राजनीति के कारण मंत्रियों द्वारा निर्वाचन क्षेत्र की अनदेखी की जाती है।
क्या बोले विधायक …
शिलाई हलके से भाजपा विधाायक बलदेव तोमर कहते हैं कि वह कई बार विधानसभा व सचिवालय में मुलाकात के दौरान मंत्रियों को यहां आने का न्यौता देते हैं। लेकिन कोई भी सहमति नहीं जताता है। विधायक कहते हैं कि मंत्रियों के आने से कई कार्यों को पंख लग जाते हैं। तोमर ने कहा कि इस तरह की अनदेखी से जनता बखूबी वाकिफ हो गई है। शायद इसका नतीजा अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भुगतना ही पड़ेगा।