हमीरपुर (एमबीएम न्यूज) : एचआईवी एड्स जैसी गंभीर व लाइलाज बीमारी से लडऩे के लिए पूरे विश्व में तमाम अभियान चलाए जा रहे हैं। लेकिन सफलता नाम मात्र है। हमीरपुर की बात करें तो यहां एड्स के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां सबसे ज्यादा एचआईवी एड्स के केस 2533 कांगडा में दर्ज हुए हैं। वहीं दूसरे नंबर पर हमीरपुर है। अगर पिछले वर्षों से तुलना करें तो संख्या लगातार बढ़ रही है।
2015 में जहां 8091 मामले सकारात्मक पाए गए थे। लेकिन इस बार 761 मामले और सामने आए है। इस बार आंकडो के अनुसार प्रदेश में 8853 लोग एडस के सक्रमण पाए गए है। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने वाला हिमाचल खुद अंदर से खोखला होता जा रहा है। सच पूछिए तो हिमाचल प्रदेश को एचआईवी ने बुरी तरह घेर रखा है।
परिवार कल्याण मंत्रालय की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 8853 मामले पहुंच चुके है। यहां पर इस साल अब तक 761 मरीज पॉजिटिव पाये जा चुके हैं। एड्स रोग जहां ला ईलाज बीमारी है, जिसका उपचार आज तक कोई भी संस्थान नहीं खोज पाया है। केवल एंटीरोट्रिक्स ड्रग्स के माध्यम से एड्स रोगी इस घातक रोग से लडऩे में सक्षम रह पाता है। वहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी कुछ वर्षो में एड्स रोग के आंकड़ों में बढ़ौतरी दर्ज कर रहा है। जो चिंता का विषय साबित हो सकता है।
एड्स रोगी के उपचार को जहां चिकित्सकों द्वारा इस रोग से संंबंधित लोगों को कई बचाव के उपाए से भी इस रोग पर कंट्रोल करने पर कई संस्थाएं काम कर रही है। वहीं इस रोग के लिए लोगों को जागरूकता शिविरों के माध्यम से भी जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है। वहीं जिला हमीरपुर में अब तक इस रोग से करीब 27 लोग मौत के शिकार हो चुके हैं।
जिला एड्स रोग से ग्रस्त (2014-2015) (2015-16)
कांगडा 2304 2533
हमीरपुर 1662 1790
शिमला 814 857
ऊना 865 944
मंडी 699 793
बिलासपुर 620 662
सोलन 420 447
चंबा 180 197
कुल्लु 158 185
सिरमौर 107 128
किन्नौर 24 28
लाहौल-स्पीति 7 7