मंडी (वी कुमार) : चलिए आज आपको एक ऐसे इलाके की दास्तां बताते हैं जहां पर सड़क सुविधा तो है लेकिन परिवहन सुविधा नहीं। ग्रामीणों की मानें तो विधायक महोदय उन्हें अपनी बस खरीदने की सलाह देते हैं।सड़क है, लेकिन बस सेवा नहीं और ऐसे में इस भाग्यरूपी रेखा का कोई औचित्य नहीं। कहानी है मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल के तहत बटूडा-टिक्कर-बलद्वाड़ा सड़क की। 10 किलोमीटर से भी अधिक लंबी इस सड़क के बीच में दर्जनों गांव आते हैं।
वर्ष 2006 में सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ और 2007 में इस सड़क का उदघाटन भी कर दिया गया। उदघाटन के बाद से यहां पर एचआरटीसी की बस सेवा भी शुरू हो गई। ग्रामीणों में भारी उत्साह था क्योंकि आजादी के बाद पहली बार इनके गांवों में निगम की बस सेवा पहुंची थी, लेकिन ग्रामीणों की यह खुशी कुछ ही दिनों की थी।
एक दिन अचानक इस रूट पर चलने वाली बस सेवा बंद हो गई। तब से लेकर आज दिन तक ग्रामीण बस का ही इंतजार करते रह गए, लेकिन बस नहीं आई। बीते 8 वर्षों से बस सेवा बंद है और ग्रामीण आज भी पगडंडियों के सहारे ही अपने घर तक या फिर मुख्य सड़क तक पहुंचते हैं।
जिनके पास अपने वाहन हैं वह इस सड़क का लाभ धूल-मिट्टी फांककर उठा लेते हैं लेकिन इस इलाके में ऐसे सुविधा संपन्न परिवार बिरले ही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि एक बार उन्होंने अपने इलाके के विधायक से बस सेवा बहाल करने की मांग उठाई तो विधायक ने उन्हें ऐसा जबाव दिया जिससे ग्रामीणों का उपहास ही हुआ और कुछ नहीं।
विधायक ने ग्रामीणों को खुद की बस खरीदने की सलाह दी। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में जब से मौजूदा भाजपा विधायक जीतकर आए हैं तभी से ही बस सेवा बंद हो गई है।
करीब एक करोड़ की लागत से बनी इस सड़क का आज ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। बता दें कि सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक कर्नल इंद्र सिंह जीतकर आए हैं जबकि यहां के पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री रंगीला राम राव मौजूदा समय में सीएम वीरभद्र सिंह के राजनीतिक सलाहकार हैं। उनके पास कैबिनेट मंत्री के बराबर का दर्जा है, लेकिन 8 वर्षों से बंद पड़ी बस सेवा को बहाल करवाने का समय शायद उनके पास भी नहीं है।