शिमला (शैलेंद्र कालरा) : हिमाचल प्रदेश के परिवहन मंत्री जीएस बाली अपने अंदाज के लिए मशहूर है। तेवर तीखे भी कर लेते हैं तो नरम भी। बुधवार तडक़े मंत्री का बिंदास अंदाज देखकर अधिकारी भी दंग रह गए। शायद इस तरह से कार्रवाई करने वाले बाली पहले ही ट्रांसपोर्ट मंत्री होगें। मजेदार बात यह थी कि पूरे मामले को गोपनीय रखा गया।
राज्य की सडक़ों पर दौडऩे वाले वॉल्वो बस माफिया को इसकी भनक तक नहीं लगने दी गई कि किसी भी मोड़ पर ट्रांसपोर्ट मंत्री खुद टकर जाएंगें। सुबह साढ़े 3 बजे मंत्री जी अपने अधिकारियों के साथ अवैध तरीके से चल रही वॉल्वो बसों पर नकेल कसने पहुंच गए। कांगड़ा से अंब तक खुद सफर किया। रास्ते में दिल्ली से मैक्लोडगंज आ रही अवैध बसों पर इस दौरान शिकंजा कसते रहे। 9 बसों को जब्त कर लिया गया।
रोचक बात देखिए, मंत्री जी को पता था कि अगर बसें जब्त हुई तो उसमें सफर कर रहे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लिहाजा खाली बसें भी साथ लेकर गए थे, ताकि यात्रियों को उसमें शिफ्ट कर गंतव्य तक पहुंचाया जा सकें। बकायदा यात्रियों के बयान भी लिए गए। इसी दौरान यह भी खुलासा हो गया कि यात्रियों ने एक तरफ की टिकट ली है।
मतलब साफ था कि जब्त की जा रही बसें टूर एंड ट्रैवल कंपनियों से ताल्लुक नहीं रखती थी। बल्कि अप-डाऊन से धंधा चमका रही थी। ट्रांसपोर्ट मंत्री जीएस बाली का कहना है कि सुबह साढ़े 3 बजे से 8 बजे तक अधिकारियों के साथ लंबे रूटों पर चल रही अवैध बसों पर छापामारी की गई। उन्होंने कहा कि पूरी कार्रवाई में शिमला, मंडी, हमीरपुर, कांगडा व ऊना के अधिकारियों का सहयोग मिला।