सिरमौर के एकमात्र कांग्रेस विधायक व मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस) विनय कुमार पर जबरन जमीन हथियाने की कोशिश के आरोप लगे हैं। आरोप लगाया गया है कि सीपीएस द्वारा धारटीधार क्षेत्र के तिरमली के समीप पांच बीघा भूमि की खरीद मायाराम व मूणानंद से की गई। सुवित्रा देवी पत्नी स्व0 रामदयाल ने हिमाचल हाईकोर्ट व डीसी को लिखे पत्र में कहा कि सीपीएस ने खाता खतौनी 16/31में भूमि की खरीद की थी, जो मौके पर बेकार भूमि थी, लेकिन अब सीपीएस इसकी एवज में उपजाऊ भूमि को हथियाने की कोशिश कर रहे हैं।
सुवित्रा देवी का यह भी कहना है कि सीपीएस की रजिस्टरी में भी भूमि की परिभाषा जंगलझाड़ी है। आरोप यह भी है कि सीपीएस ने नायब तहसीलदार पर राजनीतिक दबाव डालकर नायब तहसीलदार से भूमि का तरतीमा भी कटा दिया है। उनका कहना है कि वह एक महीने से राजस्व रिकॉर्ड के लिए पटवारी के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है, लिहाजा आरटीआई का सहारा लिया जा रहा है। उनका कहना है कि एक महीने के भीतर जमीन की पांच बार निशानदेही हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि भूमि में बार-बार निशानदेही से फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। आरोप यह भी है कि विनय कुमार ने तकसीम न होने के बावजूद तरतीमा कटवा लिया है। साथ ही परिवार को धमकियां दी जा रही हैं। महिला ने इस विवाद पर अपने बेटे की जान की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की है। सनद रहे कि सीपीएस का ओहदा संभालने के बाद सीपीएस पर इस तरह के आरोप पहली बार लगे हैं।
उधर सीपीएस से इस मामले में पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन वह अब तक उपलब्ध नहीं हुए हैं, लेकिन सीपीएस की टिप्पणी मिलते ही पाठकों से सांझा कर ली जाएगी। एमबीएम ग्रुप ऑफ न्यूज नेटवर्क के पास सुवित्रा देवी द्वारा हाईकोर्ट व डीसी को भेजी गए शिकायतपत्र की प्रतियां मौजूद हैं।