नाहन (शैलेंद्र कालरा): रविवार को राज्य सहकारी बैंक की शाखाओं का खजाना खाली होने की खबर आई है। बैंक के उपभोक्ताओं में धन न मिलने की वजह से हडकंप मचा हुआ है। हालांकि सीधे तौर पर खजाना खाली होने को लेकर कोई भी अधिकारी स्पष्ट तौर पर बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन एमबीएम न्यूज द्वारा जुटाई गई जानकारी के मुताबिक बैंक की 27 शाखाओं में ग्राहकों को देने के लिए राशि उपलब्ध नहीं है। यानि सीधे-सीधे करंसी संकट आ गया है।
अकेले शहर में अलग-अलग बैंकों की 22 शाखाएं हैं। सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि अन्य बैंकों का भी खजाना करीब-करीब खाली ही है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह का मुद्रा संकट पहली बार देखने में आ रहा है। तकरीबन तमाम राष्ट्रीयकृत बैंकों की चैस्ट एसबीआई के पास ही है। यहीं जब पैसे नहीं पहुंच रहे हैं तो आगे कैसे वितरित होंगे।
उधर एक मोटे अनुमान के मुताबिक सिरमौर के बैंकों में लगभग 300 करोड़ रुपए की राशि जमा हो चुकी है, जो पुराने 500 व 1000 के नोट हैं। बैंकों में जमा हो रही राशि के बारे में सीधे तौर पर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन एमबीएम न्यूज को सीधे तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक आंकड़ा 300 करोड़ के आसपास ही है।
इसमें अहम बात यह है कि जब अकेले राज्य सहकारी बैंक की शाखाओं में ही 30 करोड़ जमा हुआ है तो स्वाभाविक तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि एसबीआई, यूको बैंक, पीएनबी व आईसीआईसीआई की शाखाओं में 270 करोड़ तो जमा होना संभव है। आंकड़ा इससे अधिक भी हो सकता है। एसबीआई के अधिकारी पूरे मसले पर चुप्पी साधे हुए हैं। यहां तक की शाखा में लगी लंबी लाइनों की तस्वीरों को खींचने से भी इंकार किया गया।
उधर राज्य सहकारी बैंक के डीएम एसके वर्मा से बात की गई तो उन्होंने केवल इतना कहा कि ग्राहकों को धन देने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने बैंक की शाखाओं में जमा हुई राशि का आंकड़ा 30 करोड़ के आसपास होने की बात को भी स्वीकार किया।
– राज्य सहकारी बैंक में 30 करोड़ रुपए अब तक जमा होने का अनुमान।
-रविवार को भी बैंकों की शाखाओं में रहा अफरा-तफरी का आलम।
-सिरमौर में राज्य सहकारी बैंक की हैं 22 शाखाएं।