धर्मशाला (एमबीएम न्यूज़) : भाजपा नेता एंव सांसद शांता कुमार ने मंगलवार को मैक्लोडगंज के मुख्य बौद्ध मंदिर में कहा कि पाकिस्तान में जो आंतक की फैक्ट्री लगी हुई है, उसे खत्म करना जरुरी है।
शांता कुमार ने कहा कि 1962 के दौरान जो दर्द देखा गया आज उससे ज्यादा दर्द देखा जा रहा है। इसी कारण 50 वर्षों के बाद इस हिमालय पर लाल छाया पुस्तक का पुन: प्रकाशन किया गया है। उन्होंने कहा तिब्बत से अलग होकर दलाईलामा मैक्लोडगंज में जीवन व्यतीत कर रहे हैं, यह अपने आप में बड़ी घटना है। शांता कुमार ने कहा कि 1962 के दौरान जो भारत में दर्द देखा था वेसा दर्द आज देखने को मिल रहा है। इसी कारण 50 वर्षों के बाद इस हिमालय पर लाल छाया पुस्तक का पुन: प्रकाशन किया गया है।
उन्होंने कहा उनकी पुस्तकों का विमोचन अटल बिहारी वाजपयी व लाल कृष्ण अडवानी द्वारा किया गया हैं, परंतु आज उनके लिए खुशी की बात है कि आज तीन पुस्तकों का विमोचन दलाईलामा द्वारा किया गया है।
इस दौरान दलाईलामा ने कहा भारत देश अकेला एक ऐसा देश है जहां पर कई धर्मों की समानताएंं देखी जा सकती है जिससे भी हमें सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा 1959 में जब वे तिब्बत से भारत आए तो उन्होंने हिमाचल के मैक्लोडगंज में रहना शुरु किया तथा आज यहां रहते 50 वर्ष बीत चुके हैं। उन्होंने कहा इतने वर्षों में हिमाचल के कई लोग उनके दोस्त बन गए हैं तथा यहां दोस्ताना माहौल बन चुका है। उन्होंने कहा 2011 में मैने राजनीतिक पद को त्याग दिया तथा अब आगे की जिम्मेदारियों को पूरा कर रहा हूं।
इससे पूर्व तिब्बतियों धर्मगुरु दलाईलामा ने शांता कुमार द्वारा लिखी गई पुस्तक हिमालय पर लाल छाया, उनकी पत्ली संतोष शैलजा द्वारा इंगलिश में कहानी संग्रह पर लिखी गई पुस्तक ऑटम क ज तथा डा. हेमराज कौशिक द्वारा शांता कुमार के उपर लिखी गई पुस्तक साहित्यसेवी राजनेता शांता कुमार का विमोचन किया गया।
इस मौके पर मंडी के सांसद राम स्वरुप, प्रदेश भाजपा के महामंत्री विपन परमार, पूर्व मंत्री किशन कपूर, पूर्व विधायक संजय चौधरी सहित भाजपा के कई नेता उपस्थित थे।