ऊना (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल पंजाब सीमा के समीप वनखंडी में 29 सितंबर को हुआ द वर्निंग कार मामला पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है। जली हुई कार में जिस व्यक्ति को मृत समझ पुलिस ने कार्रवाई की, वो व्यक्ति तो जिंदा निकला और उस व्यक्ति ने पुलिस को अपना अपहरण होने की कहानी बयां की है।
अब पुलिस यह जानने में जुटी है कि कार में मिले जले हुए व्यक्ति अवशेष किसके थे। फिलहाल पुलिस मामले में जिंदा मिले युवक चंदन से पूछताछ में जुटी है, और युवक द्वारा दिए बयानों के आधार पर कार्रवाई कर रही है।
वनखंडी में चालक सहित जली कार का मामला हरोली पुलिस के लिए काफी पेचीदा होता जा रहा है, 29 सितम्बर की रात को ऊना होशियारपुर मुख्य मार्ग के क्षेत्र वनखंडी में एक कार चालक सहित जलकर राख हो गई थी। जिसकी शिनाख्त में जुटी पुलिस के द्वारा सारा दिन की गई तफ्तीश में कार चालक की शिनाख्त चंदन कुमार निवासी जालंधर के रूप में हुई थी। लेकिन पिछले कल पुलिस ने चंदन के परिजनों की सूचना के बाद चंदन को जिंदा सोलन जिला से बरामद किया है।
पुलिस चंदन को सोलन से अपने साथ हरोली ले आई है और इससे लगातार पूछताछ की जा रही है। अब पुलिस के सामने यह सवाल खड़ा है कि कार में जले जिस शख्स की शिनाख्त की गई थी वह तो अब जिंदा निकला तो फिर कार में जला शख्स आखिर कौन था।
पुलिस को दिए ब्यान में पुलिस को दिए बयान में जालंधर पंजाब के आढ़ती चंदन कुमार ने बताया कि 29 सितम्बर को ऊना से घर लौटते समय पंडोगा के वनखंडी में उसकी कार खराब हो गई। उसने रास्ते से गुजर रहे कई वाहन चालकों से मदद मांगी। लेकिन कोई नहीं रुका। इसी दौरान एक पिकअप गाड़ी आई। जिसे उसने रुकने का इशारा किया। पहले गाड़ी आगे निकल गई। फिर थोड़ी ही दूरी से वापिस आ गई।
चंदन ने बताया कि उस गाड़ी में से तीन व्यक्ति निकले। जिन्होंने उतरते ही उसकी गाड़ी को चैक किया। इतने में उनमें से एक व्यक्ति ने चन्दन के मुंह पर कपड़ा डालकर उसे जबरन गाड़ी में बिठाया और दो लोग उसे लेकर निकल गए। जबकि एक व्यक्ति चंदन की कार के पास ही रुक गया। चंदन ने बताया कि उसे करीब चार से पांच घंटे किसी पहाड़ी सडक़ पर ले जाया गया। कई दिन तक उसे सुनसान जगह पर रखा गया।
मंगलवार को अपहर्ताओं ने उसके साथ फिर मारपीट की ओर उसके सिर पर बीयर की खाली बोतलों से वार कर दिए। जिसके बाद चंदन बेहोशी का नाटक करते हुए लेट गया। चंदन को बेहोश जानकर अपहर्ता उसे गाड़ी में डाल कर किसी दूसरी जगह ले जाने लगे। लेकिन चंदन ने चलती गाड़ी से छलांग लगा और पास ही एक गाडिय़ों के शो-रूम में जा घुसा। जहां उसने शो-रूम के सिक्योरिटी गार्ड से मोबाईल लेकर अपने परिजनों को कॉल किया और सारी घटना की जानकारी दी।
चंदन के सही-सलामत जिंदा लौट आने पर एक नया सवाल यह भी पैदा हो गया है कि यदि आग लगने के समय चंदन गाड़ी में नहीं था तो गाड़ी में पूरी तरह जल चुका शव किसका था। अब उक्त शव की पहेली पुलिस की जांच को दोबारा शून्य पर ले आई है।