मंडी, 04 जुलाई : मंडी जिला में पिछले दो दिनों में हो रही लगातार बारिश से 10 करोड़ 81 लाख का नुकसान हो गया है, जबकि एक महिला की जान भी चली गई है। मंडी जिला के सुंदरनगर में प्रदेश भर में सर्वाधिक 100 एमएम बारिश दर्ज की गई है। एडीसी मंडी रोहित राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि बारिश के कारण जिला भर में सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति का 10 करोड़ 81 लाख का नुकसान आंका गया है जबकि 1 महिला की मौत भी इस दौरान हुई है। यह मौत गोहर उपमंडल के तहत आने वाले शाला गांव में हुई है। मृतक की पहचान वांकी देवी पत्नी पोल्दू के रूप में हुई है।
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दो दिनों तक हुई भारी बारिश के चलते जिला भर में 162 सड़कें अवरुद्ध हुई थी। 3 बजे तक प्राप्त आंकड़ों के आधार पर 103 सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया था, जबकि 59 सड़कों को खोलने का कार्य जारी है। बिजली विभाग के 147 ट्रांसफार्मर बरसात के कारण प्रभावित हुए थे जिनमें से 143 बहाल कर दिए गए हैं जबकि 4 ट्रांसफार्मरों को बहाल करने का कार्य जारी है। इसके अलावा जल शक्ति विभाग को 36 लाख का नुुकसान हुआ है और कुछ पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। रोहित राठौर ने बताया कि चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल है। हर उपमंडल स्तर पर बरसात से निपटने के लिए सभी टीमें मुस्तैदी से काम कर रही हैं।
सुकेती के उफान से सहमे बल्हघाटी के लोग
वहीं, दो दिनों तक लगातार जारी बारिश के कारण सुकेती खड्ड अपने उफान पर नजर आई। सुकेती खड्ड का जलस्तर बढ़ने के कारण चक्कर के पास फोरलेन के लिए निर्माणाधीन पुल की शटरिंग ढह गई। हालांकि निर्माणाधीन पुल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। पुलघराट के पास हो रहे लैंडस्लाइड के कारण हाईवे की रफ्तार रूक-रूक कर चलती रही। कुछ लोगों ने वाया भडयाल जाने का प्रयास किया लेकिन वहां पर भी गाड़ियों की संख्या ज्यादा होने के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।
चार मील के पास डंगे को बचाने के लिए डाली गई मिट्टी वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन गई। बारिश के कारण मिट्टी पर फिसलन पैदा हो गई और वाहन चालकों को यहां से क्रॉसिंग में काफी ज्यादा दिक्कतें आई। सीएचसी कटौला में भी नाले का पानी आने से भवन को नुकसान पहुंचा है। वहीं, कटौला के पास बहने वाली खड्ड के जलस्तर में भी काफी इजाफा देखने को मिला जिससे नुकसान हुआ है।