मंडी, 02 जुलाई : मंडी जिला की बल्हघाटी के भड़याल गांव के 15 वर्षीय वरूण वालिया ने स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग में ब्रांज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। इंडोनेशिया में संपन्न हुई पांचवीं स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग चैंपियनशिप के जूनियर 42 किलो भार वर्ग में वरूण ने यह मेडल हासिल किया है। वरूण 10वीं कक्षा का छात्र है और इसके पिता अमर चंद एचआरटीसी में कार्यरत हैं, जबकि माता नेहा वालिया गृहणी है।
वरूण के पिता भी इस खेल में तीन बार नेशनल खेल चुके हैं और एक बार गोल्ड मेडल भी जीत चुके हैं। वरूण की छोटी बहन भी इस खेल में सक्रिय है। वरूण की इस कामयाबी से घर में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। ब्रांज मेडल जीतकर वापिस अपने घर पहुंचे वरूण ने अपनी इस कामयाबी का श्रेय माता-पिता, स्वात एसोसिएशन और अपनी कोच संतोषी शर्मा को दिया और भविष्य में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने की इच्छा जताई। पिता अमर चंद ने बताया कि बेटे ने कड़ी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है और उन्हें बेटे की इस कामयाबी पर नाज है।
बता दें कि स्वात फ्रेंच बॉक्सिंग की यह प्रतियोगिता 25 से 29 जून तक इंडोनेशिया में आयोजित हुई थी। चैंपियनशिप में एशिया के 16 देशों से आए प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें भारत, नेपाल, श्रीलंका, बंगलादेश, आफगानिस्तान, ईरान, जापान, चीन, उजबेकिस्तान और इंडोनेशिया शामिल थे। भारत की तरफ से 8 खिलाड़ी गए थे, जिसमें हिमाचल प्रदेश से वरूण वालिया भी शामिल था। भारत के 2 खिलाड़ियों ने गोल्ड, दो ने सिल्वर और चार ने ब्रांज मेडल जीते हैं।
राज्य स्वात संघ की महासचिव संतोषी शर्मा ने बताया कि वरूण वालिया ने पांचवीं ऐशियन स्वात (फ्रेंच बॉक्सिंग) चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक झटका है। यह देश के साथ हिमाचल के लिए बड़ी बात है। छोटी उम्र में ही वरूण वालिया ने बड़ा काम करके दिखाया है।