नाहन, 01 जुलाई : सिरमौर जिला के शिलाई विकासखंड की ग्राम पंचायत रास्त में कथित भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने पंचायत प्रधान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने पंचायती राज संस्था के अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलीभगत करके सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए का गबन किया है।
ग्रामीणों द्वारा विकास खंड अधिकारी शिलाई को सौंपी गई शिकायत में कहा गया है कि पंचायत प्रधान ने मनरेगा, पंचायत निधि और 15वें वित्त आयोग निधि के तहत चल रहे विभिन्न विकास कार्यों को केवल सरकारी कागजों में ही पूरा दिखाकर करोड़ों रुपए का गबन किया है।
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शिकायत में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जिन योजनाओं का निर्माण कार्य या तो शून्य प्रतिशत हुआ है या आधा अधूरा हुआ है, उनके एवज में भी पंचायत प्रधान ने सरकारी खजाने से गैरकानूनी तरीके से धनराशि निकाली है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है, जिससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि पंचायत प्रधान ने कई काम नियमों को दरकिनार करते हुए किए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ कामों को कागजों में किसी और स्थान के लिए जियो टैग करके मंजूर किया गया था, लेकिन उनका निर्माण किसी अन्य स्थान पर किया गया है।
शिकायत में ग्रामीणों ने वार्ड वार कई निर्माण कार्यों का हवाला दिया है, जहां जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। इनमें सॉइल कंजर्वेशन वर्क एंड गेट पंचायत घर रोनहाट वार्ड नंबर 7, लिंक रोड विद ड्रेन इंटरलॉक टाइल्स रास्त सिंगटाड़ी टू हरिजन बस्ती खिजवाड़ी वार्ड नंबर 4, सॉइल कंजर्वेशन वर्क चाकला वार्ड नंबर 2 आदि कई योजनाएं शामिल हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बाद इस मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
उधर, पंचायत प्रधान ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में बताया कि तमाम आरोप बेबुनियादी है। काम को सही तरीके से किया गया है। पूरी पारदर्शिता के साथ विकास कार्य किए गए है।
@A1