नाहन (रेणु कश्यप): कहते हैं कि पूत के पांव पालने में नजर आ जाते हैं। यही कुछ 62 वर्षीय मोहम्मद साबिर के साथ हुआ। आज उनके होनहार बेटे 29 वर्षीय मोहम्मद हामिद हेयर स्टाइल की दुनिया में शहर के ट्रैंड सैटर बन गए हैं। 18 साल की उम्र में जब हामिद हेयर डिजाइनिंग का कोर्स करने मुंबई गए थे, उस वक्त इस बात का कोई इल्म भी नहीं कर सकता था कि 29 साल की उम्र में पहुंच कर हामिद एक ऐसे युवा उद्यमी बन जाएंगे, जिनके हुनर की दिवानगी युवाओं के सिर चढक़र बोलेगी।
पिता ने करीब 42 साल पहले हिना कट प्वाइंट के नाम से छोटी सी दुकान शुरू की थी। मौजूदा में भाईयों की तिगड़ी का जादू चलता है। बकायदा शहर के सबसे बेहतरीन ‘हिना हेयर एंड ब्यूटी सैलून’ का संचालन भी बखूबी कर रहे हैं। छोटी सी उम्र में न केवल हामिद ने खुद को युवा उद्यमी के तौर पर स्थापित किया है, बल्कि एक दर्जन से अधिक युवक-युवतियों को रोजगार के साधन भी उपलब्ध करवाएं हैं।
यकीन मानिए, कि हामिद के हाथों में ऐसा जादू है, जो बच्चों से लेकर हर उम्र केे पुरुष-महिलाओं को दीवाना बना देता है। यहां तक की हामिद से हेयर कट करवाने के लिए घंटों इंतजार भी करना पड़े तो कोई एतराज नहीं होता। हामिद के छोटे भाई 24 वर्षीय शाहजेब उर्फ शालू भी अपने भाई के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। शालू ने चंडीगढ़ के एक नामी हेयर स्टाइल संस्थान में एडवांस कोर्स के लिए दाखिला लिया है। बड़े भाई जावेद भी अपने ट्रेड के महारथी हैं, क्योंकि उन्हें भी महारथ अपने पिता से विरासत में मिली है।
कैसे बने हामिद Trend setter.?
युवा उद्यमी हामिद के पदचिन्हों पर चलते हुए कई युवाओं ने इस व्यवसाय को अपनाया है। आज हामिद के पास प्रशसंकों की लंबी सूची है। तीन हजार फॉलोअर्स हामिद के फेसबुक पेज से जुड़े हैं। फुटबॉल के वर्ल्ड कप में सिर पर फुटबॉल बना देना, क्रिकेट के शुमार के दौरान बैट-बॉल बना चुके हैं। हामिद का कहना है कि अगर कोई स्वतंत्रता दिवस पर अपने बालों में राष्ट्र ध्वज बनवाने आता है तो वह प्राथमिकता पर ऐसा कर सकते हैं।
तीन भाईयों की तिगड़ी की क्या है महारथ?
हेयर कट, कलर, मेकअप, हेयर स्पा, री-बॉंडिंग व हर तरह का कैमिकल ट्रीटमेंट करने में भाईयों की तिगड़ी कमाल की महारथी है। आलम यह भी हो चुका है कि पांवटा साहिब, सोलन व कई मर्तबा चंडीगढ़ से भी युवक-युवतियां हिना सैलून पहुंचते हैं।