मंडी, 21 अप्रैल : देव संस्कृति व सनातन धर्म में खान-पान को लेकर आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद द्वारा संज्ञान लेने के कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के ब्यान पर सूबे में एक बार फिर सियासी माहौल गर्मा गया है। मंडी पहुंचकर पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विक्रमादित्य सिंह के इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
जयराम ठाकुर का कहना है कि आरएसएस को विक्रमादित्य सिंह से मार्गदर्शन लेने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। आरएसएस की देश दुनिया में अलग पहचान है और यह संगठन अपने निर्णय लेने के लिए सक्षम है। आरएसएस पर इस तरह की टिप्पणी विक्रमादित्य सिंह को नहीं करनी चाहिए।
वहीं जयराम ठाकुर ने प्रदेश में आई आपदा के बाद रेस्टोरेशन कार्यों को लेकर भी विक्रमादित्य सिंह को घेरा। जयराम ठाकुर ने कहा कि बीती बरसात में आई बाढ़ से मंडी जिला में ही 7 पुल बह गए थे। 8 माह बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह इन पुलों को पैदल चलने के लिए भी रिस्टोर नहीं कर पाए। सदर के तरनोह में व्यास नदी पर पुल न होने के कारण एक दंपति हादसे का शिकार हुआ है, जिसमें पति की दुखद मृत्यु हो गई। केंद्र की मोदी सरकार ने हिमाचल प्रदेश को 3 हजार करोड़ रुपये दिए। लेकिन 15 माह में लोक निर्माण विभाग ने हिमाचल की सड़कों के लिए कितना पैसा दिया है, विक्रमादित्य सिंह बताएं।
वहीं नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के कार्यकाल में टेंडरो के माध्यम से होने वाले कार्यों की पेमेंट कुछ ठेकेदारों को नहीं हुई है। पिछले 15 माह से चुन चुन कर कांग्रेस के ठेकेदारों को ही काम की पेमेंट दी जा रही है।
इस मौके पर जयराम ठाकुर ने मंडी में ठप्प पड़े विकास कार्यों को लेकर भी सांसद प्रतिभा सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह को घेरा। उन्होने कहा कि सांसद प्रतिभा सिंह और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने ठप पड़े इन विकास कार्यो का कभी जिक्र नहीं किया। अब चुनावों के दौरान उसने मंडी की जनता इसका जबाव मांगेगी।