शिमला, 19 अप्रैल : देश में मोबाइल क्रांति के बीच एक गांव ऐसा भी था, जो मोबाइल नेटवर्क (Mobile network) के लिए तरस रहा था। देश की सीमा पर बसे आखिरी गांव में पहली बार नेटवर्क कनेक्टिविटी (network connectivity) स्थापित हुई है। इंडो-चाइना बॉर्डर (Indo-China border) के पास बसे हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के लाहौल-स्पीति के कौरिक और ग्यू गांव में मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया। ऐसा होने पर यहां के लोगों की ख़ुशी देखने लायक थी।
खास बात ये है कि यह गांव चीन (China) की सीमा के पास है, जो समुद्र तल से 14,931 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। बता दें कि यहां की भौगोलिक परिस्थितियां इतनी कठिन रही हैं कि यहां पर मोबाइल नेटवर्क पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती थी। नेटवर्क पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के फोन पर करीब 13 मिनट बात भी की। जिसका एक वीडियो भी सामने आया है।
इस दौरान पीएम मोदी ने दिवाली (Diwali) में सीमावर्ती क्षेत्र की अपनी यात्रा की चर्चा की। उन्होंने कहा कि गांव के मोबाइल नेटवर्क से जुड़ने के बाद से डिजिटल इंडिया अभियान को गति मिलेगी। वीडियो में प्रधानमंत्री गिउ में मोबाइल नेटवर्क आने से पहले ग्रामीणों को होने वाली कठिनाइयों के बारे में पूछ रहे हैं। जवाब में एक शख्स ने बताया कि बेहद ही दिक्कत होती थी। फोन में नेटवर्क आने से पहले ग्रामीणों को लगभग 8 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था। नेटवर्क मिलने के बाद पीएम मोदी ने गिउ के निवासियों को बधाई दी।
गौरतलब है कि आजादी के इतने साल बाद भी भारत (India) में कई ऐसे इलाके हैं। जहां के लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए भी दो-चार होना पड़ता है। लेकिन अब सरकार धीरे-धीरे उन इलाकों में सुविधाएं पहुंचा रही हैं।
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