शिमला, 29 मार्च: राजनीतिक बिसात अजब -गजब है। ऐसा वक्त भी आता है, जब खिलाफत करने वालों को भी पुचकारना पड़ जाता है। रोचकता देखिए, हिमाचल में तीन निर्दलीय विधायकों ने सरेआम राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ वोट दिया,भगवा भी धारण कर चुके है। कांग्रेस के पास उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने की पावर भी है लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं कर पा रही है। हालंकि,राज्यपाल ने सीधे तौर पर विधायकों के इस्तीफे के मामले में दखल से इंकार किया है मगर इस्तीफे मंजूर करने की सलाह विधानसभा सभा अध्यक्ष को अवश्य ही दी है।
इसी बीच दिलचस्प बात ये भी देखिये, कांग्रेस के मंत्रियों व विधायकों ने ही तीनों निर्दलीय विधायकों के इस्तीफों के कारणों की जांच करवाने की मांग की है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने संज्ञान लेकर विधायकों के एल ठाकुर, होशियार सिंह और आशीष शर्मा को नोटिस जारी किए हैं, 10 अप्रैल तक जवाब मांगा है। आरोप हैं कि उन्हें इस्तीफे के लिए हेलीकॉप्टर में लाया गया, साथ में भाजपा के वरिष्ठ नेता भी थे। बेशक ही इस्तीफे की वजह हर कोई जानता है मगर कानून का नजरिया ही सर्वोपरि है। कांग्रेस का आरोप है कि जनता ने पांच साल के लिए चुना है। भाजपा के दबाव में इस्तीफे दिए गए है। बता दे कि तीन निर्दलीय विधायकों ने विधायक पद से एक सप्ताह पहले विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफे सौंपे थे। तीनों विधायक राज्यपाल से भी मिले थे,जिसको लेकर राज्यपाल ने भी स्थिति को साफ कर दिया है।
पुचकारने की वजह
आंकड़ों का खेल पुचकारने की वजह है। मौजूदा में निर्दलीयों सहित सदन में विधायकों की संख्या 62 है। कांग्रेस के 34 विधायक है, यानी सरकार बहुमत में है। भाजपा चाहती है कि इन विधायकों को पार्टी चुनाव चिन्ह पर मैदान में उतारा जाये ताकि ये विधायक भविष्य में कांग्रेस के पाले में न जा सके,क्योंकि पद का प्रलोभन मिलने पर विधायक कांग्रेस सरकार को समर्थन दे सकते है।
भाजपा की इस मंशा को समझते हुए कांग्रेस भी राजनीति की बिसात पर चाल चल रही है। ऐसे भी कयास है कि निर्दलीय विधायक भी चुनाव नहीं लड़ना चाहते होंगे क्योंकि दोबारा चुनाव जीतने की डगर कठिन हो सकती है। उपचुनाव में कांग्रेस 6 में से एक सीट भी जीत लेती है तो उस सूरत में निर्दलीय विधायकों की जरूरत नहीं पड़ेगी। मगर कांग्रेस गुंजाईश लेकर चल रही है। ये अलग बात है कि उपचुनाव में संतोषजनक सीटें मिलने के बाद इन निर्दलीय विधायकों की बाट भी लगाई जाये।