शिमला, 26 मार्च : राजधानी शिमला के रिज मैदान स्थित एचपीटीसी (HPTC) के आशियाना रेस्टोरेंट में मंगलवार को एनएसयूआई (NSUI) कार्यकर्ताओं ने लाहौल-स्पीति से भाजपा उम्मीदवार व कांग्रेस के पूर्व विधायक रवि ठाकुर का घेराव किया। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने रवि ठाकुर के विरूद्ध प्रदर्शन करते हुए आशियाना रेस्टोरेंट (Ashiana Restaurant) में भी घुसने की कोशिश की। भाजपा ने इस घटना का पुरजोर विरोध करते हुए एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की पुलिस में शिकायत की है।
दरअसल, रवि ठाकुर कांग्रेस के विधायक रहे हैं। विस स्पीकर ने कांग्रेस के जिन छह विधायकों को अयोग्य ठहराया है, उनमें रवि ठाकुर भी शामिल हैं। वह तीन दिन पहले भाजपा में शामिल हुए हैं और भाजपा ने उन्हें लाहौल-स्पीति विस उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने शिमला के पुलिस अधीक्षक से इसकी शिकायत करते हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी करण नंदा ने पुलिस अधीक्षक को दी गई शिकायत में कहा है कि मंगलवार को आशियाना रेस्टोरेंट में भाजपा ने एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। इसमें राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन व लाहौल-स्पीति से भाजपा उम्मीदवार रवि ठाकुर ने आना था। करीब सवा तीन बजे रवि ठाकुर आशियाना पहुंचे और वह मीडिया कर्मियों को बाइट दे रहे थे। इसी बीच एनएसयूआई के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए रेस्टोरेंट की दीवार फांदकर यहां दाखिल हो गए।
उन्होंने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर उन्हें धक्का देने और रेस्टोरेंट का दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास किया। भाजपा की शिकायत के मुताबिक प्रदर्शनकारियों की इस हरकत से धारा-144 का भी उल्लंघन हुआ। भाजपा ने प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस घटना के लिए सताधारी कांग्रेस सरकार को जिम्मेवार ठहराया और कहा कि कांग्रेस सरकार बौखलाहट में अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। उन्होंने आरोप लगाया कि आशियाना में दिन दिहाड़े कांग्रेस के लोगों ने घुसकर भाजपा उम्मीदवार रवि ठाकुर पर हमला करने का प्रयास किया गया और यह सरकार की सोची समझी चाल है।
उन्होंने कहा कि यदि रवि ठाकुर की सुरक्षा में सेंट्रल फोर्सिस न होती तो स्थितियां बहुत भयानक होती। राजीव बिंदल ने कहा कि हिमाचल में स्थित मंडी जोकि पूरे भारत में छोटी काशी के नाम से जाना जाता है व ऋषि वेदव्यास की पावन धरा है, को बदनाम करने में कांग्रेस पार्टी जुट गई है। मंडी के लोगों और मंडी की धरती के प्रति अपमानजनक, निंदनीय, अशोभनीय शब्दों का प्रयोग जानबूझकर कांग्रेस के नेताओं द्वारा किया जा रहा है जो किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण के लिए कांग्रेस नेताओं को माफी मांगनी चाहिए।