मंडी, 16 मार्च : सी-बकथॉर्न एक ऐसा फल हैं जिसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं। यह फल प्राकृतिक रूप से हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इस फल और इसकी पत्तियों से जो उत्पाद तैयार होते हैं वो सेहत के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होते हैं। वहीं इनकी कीमत भी कुछ कम नहीं होती। इन दिनों मंडी में जारी अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान आयोजित किए जा रहे सरस मेले में सी-बकथॉर्न से बने उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री का स्टाल लगा हुआ है। इस स्टाल में सी-बकथॉर्न का जूस भी इंट्रोडयूज़ किया गया है, जिसकी कीमत 1 हजार रूपए प्रति लीटर है।
लाहौल-स्पिति के यांगला गांव निवासी स्टाल संचालिका पूनम ने बताया कि जूस निकालने के बाद जो बीज बच जाता है उससे तेल निकाला जाता है जोकि 20 हजार रूपए प्रति लीटर की दर से बिकता है। इस तेल का इस्तेमाल सामान्य रूप से खाने, दवाईयां और ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने में किया जाता है। सी-बकथॉर्न पेड़ की छाल और तेल निकालने के बाद बचे वेस्ट मटिरियल से फेस स्क्रब बनाया जाता है। एक तरह से कहा जा सकता है कि सी-बकथॉर्न पेड़ का हर भाग कीमती और बहुपयोगी है।
पूनम ने बताया कि वह 2009 से सी-बकथॉर्न के उत्पादों को बनाने और बेचने का काम कर रही है। आज उन्होंने लाहौल-स्पिति में एक संगठन खड़ा कर दिया है, जिसमें 300 महिलाएं जुड़ी हुई हैं। पूनम के अनुसार हर महिला सी-बकथॉर्न के कारण अच्छी आजीविका कमाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं। पूनम ने बताया कि वे अभी तक भारत के अलग-अलग राज्यों में जाकर इन उत्पादों को बेच चुकी हैं। विदेशों तक जाने का मौका नहीं मिला, लेकिन यहां आने वाले विदेशी इनकी जमकर खरीदारी करते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर होता है सी-बकथॉर्न
सी-बकथॉर्न का फल पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसे दिल की सेहत के लिए उपयोगी माना गया है और घाव ठीक करने में भी कारगर साबित हुआ है। यदि किसी को डायबिटीज है तो उसे भी कंट्रोल करता है। इसके साथ ही एक्जिमा में भी मददगार है और ड्राई आई सिंड्रोम में भी फायदेमंद होता है। सी-बकथॉर्न का तेल त्वचा और बालों के लिए लाभदायक माना गया है।