शिमला, 02 मार्च : अपने ही विधायकों की नाराजगी से सियासी भंवर में उलझी कांग्रेस की सुक्खू सरकार अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। इस कवायद में सीएम सुक्खू अपनी पार्टी के विधायकों को अहम ओहदों से नवाज रहे हैं। रामपुर के विधायक नन्द लाल के बाद अब कांगड़ा जिला के फतेहपुर से विधायक भवानी सिंह पठानिया को कैबिनेट रेंक दिया गया है। पठानिया की हिमाचल प्रदेश राज्य योजना बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया है। इस सम्बंध में शनिवार शाम अधिसूचना जारी हुई है।
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इसके मुताबिक इस पद पर नियुक्ति के साथ ही उन्हें कैबिनेट रैंक मिल गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू रहेगा। भवानी सिंह पठानिया लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। वह कांग्रेस के पूर्व मंत्री स्वर्गीय सुजान सिंह पठानिया के पुत्र हैं। नियुक्ति के साथ सीएम सुक्खू ने कांगड़ा के एक और विधायक को कैबिनेट रेंक दिया है। उनकी ताजपोशी को सीएम सुक्खू का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। सीएम अलग-अलग जिलों के विधायकों को अहम पदों पर बिठाकर खुश करना चाह रहे हैं, ताकि कांग्रेस में आने वाले समय में किसी तरह की कोई बगावत न हो।
वर्तमान में कांगड़ा से चन्द्र कुमार और यादविंदर गोमा कैबिनेट मंत्री हैं। धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा की विधानसभा सदस्यता समाप्त हो गई है। बजट पारण के दौरान कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी व्हिप की अवहेलना करने पर सुधीर समेत कांग्रेस के छह विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अयोग्य करार दिया है।