शिमला, 18 फरवरी : हिमाचल प्रदेश के देव जुन्गा मनूनी (Dev Junga) के 22 टीका स्थान ठूंड के प्राचीन मंदिर में 45 साल बाद “शांद यज्ञ” हुआ। इसमें हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंदिर समिति के महासचिव राम गोपाल ठाकुर ने बताया कि शांद यज्ञ में तत्कालीन क्योंथल रियासत के राजा एवं चौथे इष्ट राजा खुश विक्रम सेन तथा राजमाता विजय ज्योति सेन के अतिरिक्त माता तारा देवी का त्रिशूल, हनुमान खुशहाल से चौकी सहित चार देवता कनेटीधार, देवता घनेणा, देवता जुन्गा भनोग, देवता धनचंद, 24 देवठियों के कारदार शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि मंदिर का जीर्णोद्धार करने के उपरांत यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें मंदिर के शीर्ष पर कुरूड़ स्थापित करने की परंपरा पारंपरिक देव पूजा पद्धति से निभाई गई।
क्योंथल रियासत में राजा का स्थान देवताओं से ऊपर माना जाता है, इसी कारण क्योंथल राजा की चौथे इष्ट के रूप में पूजा की जाती है। इस मौके पर राजा खुश विक्रम सेन द्वारा क्योंथल रियासत में देव संबधी पुरानी परंपराओं से सुधार लाने की घोषणा भी की गई। घर पर महिलाओं की अशुद्धि (माहवारी) के समय को नौ दिन को घटाकर पांच दिन किया गया,अर्थात पहले मंदिर में जाने के लिए 9 दिन का परहेज किया जाता था, जिसे पांच दिन कर दिया गया है।
इसके अतिरिक्त देव कार्य के भंडारे में कालांतर से न ही दूध का प्रयोग किया जाता था और न ही इस दौरान कुर्सी पर बैठ सकते थे। राजा ने देव कार्य के भंडारे में दूध का इस्तेमाल तथा कुर्सी पर बैठने की भी अनुमति प्रदान की।
इस मौके पर राजमाता विजय ज्योति सेन से देव जुन्गा के 22 टीका देवताओं के पुजारियों, देवता के गुर को सलाह दी कि देवता की प्राचीन परिपाटी को कायम रखा जाए। उन्होंने कहा कि समूचे क्योंथल क्षेत्र में लोग देव जुन्गा को अपना कुल ईष्ट मानते हैं, परंतु बदलते समय के साथ प्राचीन परंपराएं लुप्त होने के कगार पर आ गई। क्षेत्र के लोग अपने देवता की बजाए अब अन्य क्षेत्र के देवताओं में विश्वास करने लगे हैं, जिससे प्रतीत होता है कि हमारी देव परंपराएं लुप्त होने लगी है।
उन्होंने कहा कि क्योथल में देव जुन्गा के 22 टीका मंदिरों की अलग- अलग समितियां अपने स्तर गठित की गई है। उन्होंने कहा कि 22 टीका मंदिर की कमेटी बनाने पर विचार किया जाएगा। इस मौके पर देव जुन्गा मनूनी समिति के प्रधान कृष्ण दत्त ठाकुर, कोषाध्यक्ष जय सिंह ठाकुर, देवा नरेन्द्र शर्मा, नारायण दत्त भंडारी, संजय कुमार सहित अन्य मौजूद रहे ।