नाहन, 12 फरवरी : चंडीगढ़ के सरस मेले में लोगों को सिरमौर के पारंपरिक व्यंजनों का जायका खूब भा रहा है। सिरमौर जिला के हरिपुरधार के जय विजायी मां स्वयं सहायता समूह द्वारा यहां पारंपरिक व्यंजनों का स्टॉल लगाया गया। इसमें महिलाओं द्वारा सिडडू, तेल पाकी, लुशके,पटांडे, मालपूड़े, चौलाई की खीर, मक्की और कोदे की रोटी आदि हिमाचली व्यंजन तैयार किए जा रहे है। लोगों द्वारा भी इसे खूब पसंद किया जा रहा है।
मेले में स्टॉल लगाने गई स्वयं सहायता समूह की कार्यकर्ता सैना राणा और श्यामा ठाकुर बताती है कि उन्होंने पिछले एक सप्ताह के दौरान सरस मेला चंडीगढ़ में लगभग दो लाख से अधिक कीमत के हिमाचली व्यंजन बेचकर अच्छी खासी आमद जुटाई है। इसके लिए स्वयं सहायता को केंद्र सरकार की योजना के तहत मोबाइल फूड बैन भी उपलब्ध कराई गई है। महिलाओं का कहना कि मेले में सिड्डू की सबसे अधिक डिमांड है। सिड्डू को लोगों द्वारा खास पसंद किया जा रहा है।
महिलाओं का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र की जो महिलाएं चूल्हे चौके तक सीमित थी आज वह देश के कोने-कोने में जाकर लोगों को हिमाचली व्यंजन परोस रही है।