शिमला, 07 फरवरी : राज्य के सरकारी स्कूलों में उच्च शिक्षा (Higher Education) विभाग की ओर से बार-बार रिमाइंडर भेजने के बावजूद स्कूली बच्चों ने स्कॉलरशिप (Scholarship) के लिए अभी तक अपने आधार को बैंक से लिंक और सीडिंग नहीं किया है। ऐसे में छात्रों की डिमांड पर शिक्षा विभाग ने अब छात्रों को राहत देते हुए 17 फरवरी तक बढ़ा दिया है।
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पूरे प्रदेश में करीब 8 हजार बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें स्कॉलरशिप के लिए अभी आवेदन नहीं किया है। दरअसल केंद्र सरकार की प्री मैट्रिक (pre matriculation) और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप (Post Matric Scholarship) के लिए आधार कार्ड (Adhar Card) को बैंक के साथ लिंक करना जरूरी है। इसके साथ ही अब यह जरूरी किया गया है कि न केवल लिंक, बल्कि सीडिंग का प्रोसेस भी बच्चों के लिए अनिवार्य है, जिसमें जिन बच्चों को स्कॉलरशिप मिलनी है, केंद्र की ओर से उनकी मैपिंग भी की जाती है।
दिक्कत यह आ रही है कि स्कूली बच्चे बैंक में जाकर अकाउंट के साथ केवल अपना आधार कार्ड लिंक करवा रहे हैं और सीडिंग का प्रोसेस अभी भी पेंडिंग है। जिस वजह से उन्हें समय पर स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है। प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग में एक बार फिर स्कूली बच्चों को रिमाइंडर भेजा है कि जल्द से जल्द सभी बच्चे 17 फरवरी तक यह अपडेट पूरी करें, ताकि उनके खाते में स्कॉलरशिप समय पर आ सके।
गौर है कि हर साल केंद्र की ओर से प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप बच्चों को दी जाती है। पूरे हिमाचल में करीबन 70 हजार बच्चे इस योजना के तहत आते हैं। हर साल यही दिक्कत सामने आती है कि आधार और ऑथेंटिकेशन न होने की वजह से काफी सारे बच्चे स्कॉलरशिप योजना से चूक जाते हैं। ऐसे में अब 17 फरवरी तक का समय सभी बच्चों को दिया गया है। इसमें गरीब और अनुसूचित जाति आरक्षित वर्ग के बच्चों को यह स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है।