शिमला, 27 दिसंबर : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि ढली में नवनिर्मित टनल केंद्र सरकार और बीजेपी की प्रदेश सरकार की उपलब्धि है। कांग्रेस सरकार अनायास ही इस कार्य का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस टनल के निर्माण को पूरा करना अपनी प्राथमिकता में शामिल किया होता तो इस टनल का लोकार्पण काफ़ी पहले हो जाता। सरकार की उदासीनता की वजह से इस टनल के पूरा होने में देरी हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार कुछ ख़ुद के काम करे और उसका श्रेय लो तो अच्छा लगेगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने 170 साल पहले शिमला में ढली टनल (Dhali Tunnel Shimla) का निर्माण करवाया था। उसके बाद से शिमला में यातायात सुदृढ़ करने की दृष्टि से कोई टनल नहीं बनी। वहां पर यातायात को सुदृढ़ करने लिए टनल अत्यंत आवश्यक थी। इसके लिए हमने काम किया। वैज्ञानिक सर्वे के बाद यह स्पष्ट हुआ कि ढली टनल के साथ दूसरी टनल का निर्माण संभव है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारी सरकार के प्रयास से केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के तहत इस टनल के निर्माण को मंजूरी देते हुए 48 करोड़ रुपये का बजट भी जारी कर दिया। 09 मार्च 2022 को मैंने इस डबल लेन टनल का उद्घाटन किया। इसके साथ ही पैदल पथ और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए 12 करोड़ रुपए अलग से स्वीकृत किए थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस इस टनल के निर्माण कार्य में कुल 53 करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए गये थे। टनल के निर्माण से जुड़े ज्यादातर काम हमारी सरकार के समय में पूरे हो गये थे। कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के साथ ही टनल के निर्माण कार्य धीमा पड़ गया। इस टनल को जल्दी से जल्दी पूरा करके प्रदेश के लोगों को समर्पित करना इस सरकार की प्राथमिकता में नहीं था। अतः इस टनल के निर्माण कार्य में इतना समय लग गया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि यातायात को सुचारू रूप से संचालित करने में ढली टनल अत्यंत आवश्यकता थी। अतः इसका निर्माण के लिए पूर्व की बीजेपी सरकार ने प्रयास किए और केंद्र सरकार के सहयोग से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इस निर्माण की मंज़ूरी मिली। हमारी सरकार में इस टनल का जल्दी से जल्दी निर्माण हमारी प्राथमिकता रही। इसलिए मैं सरकार को स्पष्ट कहना चाहता हूँ कि वह इस टनल के निर्माण का अनावश्यक श्रेय लेने के बजाय विकास से जुड़ी नई परियोजनाओं पर काम करे। जिससे प्रदेश के लोगों को सुविधा हो।