शिमला,14 अक्तूबर : शहर के मंदिर शारदीय नवरात्र के लिए रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सज गए हैं। रविवार से शुरू हो रहे नवरात्र में मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। शहर के कालीबाड़ी मंदिर के गर्भगृह के मुख्य द्वार पर पहली बार पीतल की बनी द्वारा शाखा लगाई गई है जो आकर्षण का केंद्र बन रही है। इस द्वार शाखा को आठ कारीगरों ने मिलकर बनाया है। इसे एक श्रद्धालु ने भेंट के तौर पर तैयार करवाया है। मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए सुबह छह बजे से खुल जाएंगे।
तारा देवी मंदिर में पहले दिन विधि विधान से पूजा-अर्चना कर अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाएगी और कलश स्थापना होगी। मंदिर के पुजारी अनिल शर्मा ने बताया कि अष्टमी के दिन मंदिर में दंगल मेले का आयोजन किया जाएगा और विशेष हवन होगा। वहीं नवरात्र के नौ दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाएगी।
हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्र विशेष महत्व रखते हैं। इस दौरान घट स्थापना और नौ दिन तक मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है। ऐसा माना गया है कि मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने से सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
कालीबाड़ी में स्थापित हुई दुर्गा माता की मूर्ति
कालीबाड़ी मंदिर में नवरात्र पर हर साल दुर्गा मां की मूर्ति स्थापित की जाती है। मां दुर्गा के साथ मां लक्ष्मी, सरस्वती, कार्तिक और गणेश की मूर्तियां बनाई जा रही हैं। कोलकाता के तीन मूर्तिकार कमल चित्रकार, बापा चित्रकार और दीपू मूर्तियां तैयार कर रहे हैं। वहीं 24 अक्टूबर को इनका विसर्जन तारा देवी स्थित तालाब में किया जाएगा।