मंडी, 5 अगस्त : सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले किरतपुर मनाली फोरलेन का निर्माण कार्य इन दिनों अंतिम चरणों में चला हुआ है। मंडी जिला में हणोगी से झलोगी के बीच बनी 5 पांच टनलों को इस साल मई माह से यातायात के लिए खोल दिया गया है। वहीं अब किरतपुर से लेकर नेरचौक तक बनने वाले भाग को भी गाड़ियों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। फिलहाल एनएचएआई द्वारा फोरलेन को ट्रायल रन पर खोला जाएगा।
रविवार सुबह 8 बजे इस फोरलेन को ट्रायल रन पर खोला जाएगा। किरतपुर से नेरचौक के इस पैच में दो टोल प्लाजा रहेंगे। टोल प्लाजा को भी ऑपरेशन तौर पर शुरू किया जाएगा। किरतपुर से नेरचौक तक बने इस पैच की लंबाई 77 किलोमीटर होगी। किरतपुर मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद टकोली के पास फोरलेन पर बने टोल प्लाजा को फिलहाल बंद किया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं मंत्रालय द्वारा विभिन्न राजमार्गों पर वाहन चलाने के लिए गति के मानक निर्धारित किए गए हैं। किरतपुर से मनाली तक बनने वाला यह फोरलेन अधिकतर पहाड़ों से होकर गुजर रहा है। ऐसे में हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में बनने वाले इस फोरलेन पर वाहनों की स्पीड 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है।
किरतपुर मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद टकोली के पास फोरलेन पर बने टोल प्लाजा को फिलहाल बंद किया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं मंत्रालय द्वारा विभिन्न राजमार्गों पर वाहन चलाने के लिए गति के मानक निर्धारित किए गए हैं। किरतपुर से मनाली तक बनने वाला यह फोरलेन अधिकतर पहाड़ों से होकर गुजर रहा है। ऐसे में हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में बनने वाले इस फोरलेन पर वाहनों की स्पीड 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है।
बता दे कि पिछले कई सालों से हिमाचल प्रदेश में किरतपुर से लेकर मनाली तक फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है। एनएचएआई ने अगले साल मई व जून महीने तक इस फोरलेन के निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।