मंडी, 4 अगस्त : उपमंडल गोहर के छपराहण में जहरीला पदार्थ निगलने से महिला की मौत हो गई है।
जानकारी के अनुसार 2 अगस्त को अनुपमा कुमारी (22) पत्नी चंद्रेश कुमार अपने मायके सतयोगी (स्यांज) गई हुई थी। मायके में ही अनुपमा ने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजनों द्वारा उसे सिविल अस्पताल गोहर पहुंचाया व प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों उसे मेडिकल कॉलेज नेरचौक रैफर कर दिया गया। जिसके बाद 3 अगस्त को देर रात ज्यादा तबीयत बिगड़ने उसकी मौत हो गई। गुप्त सूत्रों के अनुसार परिजनों ने इसका पोस्टमार्टम करवाने को कहा, लेकिन डॉक्टरों ने उसका पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया। परिजन रात को ही डेड बॉडी लेकर घर चले गए।
उल्लेखनीय है कि सुबह घर में उसके दाहसंस्कार की तैयारी चल ही रही थी उस दौरान गोहर पुलिस का फोन आया कि डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए नेरचौक ले जाना पड़ेगा। उसके बाद गोहर पुलिस डेड बॉडी को पोस्टमार्टम कराने के लिए नेरचौक स्थित मेडिकल कॉलेज ले गई।
हैरानी की बात यह है कि जब परिजनों ने अनुपमा के पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों को बोला तब वहां पर तैनात डॉक्टरों ने परिजनों की एक न सुनी लेकिन जैसे ही अनुपमा के घर (छपराहण) उसके दाह संस्कार की घर पर तैयारी चल रही थी तो गोहर पुलिस अनुपमा के घर पहुंची और डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए साथ ले गई।
एसएचओ गोहर लाल सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नेरचौक मेडिकल कॉलेज में तैनात स्टाफ को यह ज्ञात नहीं था कि यह एमएलसी केस है। जब उनको पता चला तब मेडिकल कॉलेज से गोहर पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के बयान कलमबद्ध कर दिए गए है और किसी ने कोई शक जाहिर नहीं किया है।