नाहन, 17 जुलाई : सिरमौर जिला की वीरभूमि कहे जाने वाले कोलर गांव के डीएसपी (लीव रिजर्व) लखवीर सिंह ने एक बार फिर अदम्य साहस व कुशल नेतृत्व का उदाहरण पेश किया है। रविवार शाम बाल्द खड्ड (Bald Khadd) में फंसे एक बच्चे को उफनती लहरों के बीच से सुरक्षित निकालने में सफलता हासिल की है।
वर्ष 2019 में 19 अगस्त को भी लखवीर ने बद्दी में एसएचओ (SHO) पद पर तैनाती के दौरान मानक पुर गांव में जान पर खेलकर एक महिला को मकान के मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला था। यह रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) इतना कठिन था कि एनडीआरएफ (NDRF) की टीम को मलबे में दबे दो अन्य शवों को निकालने में 8 घंटे का समय लग गया था।
रविवार शाम के समय पुलिस को सूचना मिली कि सनसीटी आउटडोर स्टेडियम (Sun City Outdoor Stadium) के समीप बाल्द खड्ड में एक बच्चा फंसा है। तत्पर और प्रशिक्षित अधिकारी (trained officer) लखबीर सिंह के साथ पुलिस टीम (Police Team) तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। बच्चा बहती हुई बाल्द खड्ड में बीचो-बीच गंभीर स्थिति में था। बच्चे को बचाने के लिए हरियाणा के पानीपत का गुरदयाल सिंह पुत्र सतबीर सिंह तैर कर बच्चे के पास पहुंच चुका था, जिसने उक्त बच्चे को एक पत्थर के पास सुरक्षित खड़ा कर रखा था। बच्चे की घबराहट पर गुरदयाल ने बच्चे को पीठ पर उठा लिया।
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इसी दौरान क्रेन के बॉक्स के नजदीक पहुंचने पर गुरदयाल ने रस्सी पकड़ने के बाद छलांग लगाकर बच्चे को रेस्क्यू टीम (rescue team) के सुपुर्द कर दिया। मौके पर हर कोई मासूम की जिंदगी को बचाने की कोशिश को देखकर दंग था। एक दफा ऐसा लगा की ट्रॉली असंतुलित हो जाएगी। डीएसपी लखवीर ने तेज बहाव के नजदीक जाकर पहले बच्चे को फिर गुरदयाल को ट्रॉली में खींच लिया। यह पल बेहद खतरनाक था।
कुल मिलाकर बच्चे को इस तरह से रेस्क्यू करना जान को जोखिम में डालना ही था, लेकिन पुलिस के जांबाज सिपाहियों ने इस कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन को शालीनता और एकाग्रता से अंजाम दिया।
माता भद्रकाली के भक्त हैं लखबीर…
डीएसपी लखबीर सिंह (Lucky) का जीवन संघर्षपूर्ण रहा है। जुलाई 1982 में जन्मे लखवीर ने सिपाही पद से अपना सफर शुरू किया। इस दौरान पिता स्वर्गीय इंस्पेक्टर चमेल सिंह का ड्यूटी के दौरान एक दुर्घटना में निधन हो गया। लखवीर के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। तीन भाइयों में सबसे बड़े लखवीर पर दो भाइयों व परिवार की जिम्मेदारी आन पड़ी। तमाम संघर्षो के बावजूद भी लक्की ने हार नहीं मानी। उन्होंने सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा पास कर स्वर्गीय पिता के सपने को साकार किया।
2019 में लखवीर बद्दी में एसएचओ तैनात हुए। यहां कई महत्वपूर्ण काम किए। वर्ष 2019 में एक मलबे में दबी महिला को रेस्क्यू करने पर उन्हें डीजीपी डिस्क अवार्ड (DGP Disk Award) से भी नवाजा गया। डीएसपी बनने के बाद वह ठियोग में तैनात रहे। कुछ दिन पीटीसी डरोह (PTC Daroh) में सेवाएं दी। मौजूदा में बद्दी में डीएसपी (लीव रिजर्व) के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। वह जब भी अपने पैतृक घर आते हैं तो उनका अधिकतर समय कुलदेवी माता भद्रकाली मंदिर में कुछ न कुछ नया करने में बीतता है। गांव के युवाओं को भी वह आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
सिरमौर जिला में डीएसपी (DSP) लखवीर सिंह की इस कर्तव्यपरायणता की भूरी-भूरी प्रशंसा हो रही है। गौरतलब है कि लखवीर ने एनएसजी कमांडो (NSG commando course) कोर्स भी उच्च श्रेणी में मानेसर से हासिल किया है। एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में डीएसपी लखबीर सिंह ने कहा कि केवल जिम्मेदारी का निर्वहन किया है।