नाहन, 25 जून : एक इंसान का भगवान के प्रति सच्चा व अटूट प्रेम हजारों की नैया पार लगा सकता है। इस बात का इल्म भगवान के प्रति अटूट प्रेम रखने वाले को भी नहीं होता। शायद, ये बात रविवार को नाहन भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा में भी अपरोक्ष तौर पर चरितार्थ हुई।
दरअसल, सुबह 10 बजे तक मूसलाधार बारिश से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि इंद्रदेव रविवार को भगवान श्री जगन्नाथ (Shri Jagannath) को नगर भ्रमण पर नहीं निकलने देंगे। यकीन मानिए, इसके कुछ देर बाद ही बारिश ऐसा विराम लगा कि यात्रा (Yatra) पूरी होने तक पानी की एक बूंद भी धरती पर नहीं गिरी। मानों, इंद्रदेव भी भगवान श्री जगन्नाथ यात्रा में शामिल हो गए हों।
हिमाचल के ऐतिहासिक शहर में भगवान श्री जगन्नाथ की रथयात्रा, मेहरबान हुए इंद्रदेव….
बड़ी बात ये भी है कि अमूूमन रथयात्रा (Rath Yatra) के दिन उमस (Sultry) भरी गर्मी होती है, मगर इस बार उमस की बजाय खुशनुमा मौसम (Weather) ने भक्तों की ऊर्जा को दोगुना कर दिया। हर बार की तरह इस बार भी हिन्दू, मुस्लिम व सिख भाईचारे को दोहराया गया। मुस्लिम समुदाय भी भगवान के इस्तकबाल के लिए कतारबद्ध था तो सिख भाई भी हर सेवा करते नजर आ रहे थे।
भगवान के रथ को खींचने के लिए बच्चों से लेकर बुजुर्गों में होड़ लगी हुई थी। ऐतिहासिक शहर शाम तक भक्ति के रंग में डूबा हुआ था। विधायक अजय सोलंकी ने शहर में 15वीं रथयात्रा में भगवान की पालकी को कंधा देकर यात्रा का शुभारंभ किया। कोविड संकट में दो साल तक स्थगित यात्रा हालांकि 2022 में भी आयोजित की गई थी, लेकिन गत वर्ष की तुलना में यात्रा का पुराना वैभव लौटता नजर आया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल भी शोभायात्रा में शामिल हुए। भगवान श्री जगन्नाथ जी की पालकी के साथ माता सुभद्रा व बलराम की पालकी के समक्ष हजारों भक्त नतमस्तक हुए। खेड़ा महाराज मंदिर के बाहर पालकियों को दशनार्थ हेतु रखा गया था।
प्राचीन श्री जगन्नाथ मंदिर से भगवान की पालकियों (Palanquin) को गुरुद्वारा, नया बाजार से होते हुए चौगान मैदान (Chogan Ground) में लाया गया। यहीं से भव्य रथ में सवार होकर भगवान श्री जगन्नाथ शहर भ्रमण पर निकले। भक्तों का उत्साह देखने वाला था। हर मोड पर भक्तों के लिए खाने व पीने के लिए व्यवस्था की गई थी।
ऐसे हुआ शहर भक्तिमय….
रविवार को हरे कृष्णा…जय श्री जगन्नाथ की मधुर स्वर लहरियों से शहर का चप्पा-चप्पा गूंज रहा था। लोकवाद्य यंत्रों की धुनों पर भक्त झूम रहे थे। पक्का टैंक में अंजुमन इस्लामिया, मुस्लिम नवयुवक सोसायटी ने रथ यात्रा का स्वागत किया। मुस्लिम संगठनों ने मीठे पानी के अलावा प्रसाद का स्टॉल लगाया हुआ था। रथयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने नंगे पांव रथ का रस्सा खींच पुण्य कमाया। रथ यात्रा से पूर्व श्री जगन्नाथ मंदिर में विग्रहों की पूजा की गई।
रथयात्रा चैगान मैदान से मालरोड़, गुन्नुघाट, पक्का तालाब, रानीताल से होते हुए शाम के वक्त रघुनाथ मंदिर पहुंची। समूचा शहर भगवान के जयघोष के बीच शाम तक डूबा हुआ नजर आया।
उधर, रोटरी क्लब नाहन 3080 द्वारा पूरे रथयात्रा के मार्ग में 100 डस्टबिन का प्रबंध किया गया, जिससे जलपान का कूड़ा श्रद्धालु उसमें डाल सके और पर्यावरण की सुरक्षा हो। साथ ही शहर नाहन साफ सुथरा रह सके। क्लब के प्रधान नवनीत गुप्ता ने इस अवसर पर सभी शहरवासियों को रथयात्रा की हार्दिक शुभकामनाएं दी।