मंडी,07 मंडी : जिला के पंडोह के पास कैंची मोड़ से लेकर बगलामुखी मंदिर तक बन रहे रोप-वे के कारण बाखली गांव के एक घर पर खतरे के बादल मंडराना शुरू हो गए हैं। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे से बगलामुखी मंदिर तक बनाए जा रहे इस रोप-वे निर्माण के लिए बाखली गांव में खेम सिंह के घर के बाद एक बडा पिल्लर लगाया जा रहा है। इस पिल्लर को लगाने के लिए यहां खुदाई और कटाई की गई व पिल्लर की फाउंडेशन बनाई गई। इस कटाई के बाद कंपनी प्रबंधन यहां पर डंगा लगाना भूल गई, जिस कारण यहां पर मिट्टी के खिसकने का सिलसिला शुरू हो गया है।
मिट्टी खिसकने के कारण खेम सिंह के घर पर खतरा मंडराने लगा है और घर पर दरारें आना शुरू हो गई हैं। खेम सिंह के बेटे भूपेंद्र ने बताया कि इस बारे में निर्माण कर रही दोनों कंपनियों को कई बार सूचित किया गया लेकिन धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
कंपनी ठेकेदार द्वारा काम करने की बात कह रही है तो ठेकेदार कंपनी द्वारा कार्य करवाने की बात कह रहा है। बरसात का मौसम आने वाला है और यदि समय रहते डंगा नहीं लगाया गया तो फिर घर पर ज्यादा संकट आ जाएगा और ऐसी स्थिति में कौन इसका जिम्मेदार होगा। इन्होंने अब प्रशासन और सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग उठाई है ताकि यहां पर जल्द से जल्द डंगा लगाया जा सके।
वहीं, जब इस बारें में आरटीडीसी के चीफ जनरल मैनेजर रोहित ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने मामले पर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में नहीं है और अगर ऐसा है तो मौके पर उपस्थित अधिकारियों से इस बारे जानकारी लेने के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
माता बगलामुखी मंदिर को हाईवे से जोड़ेगा यह रोप-वे
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर पंडोह डैम के साथ कैंची मोड से बगलामुखी मंदिर तक ब्यास नदी पर बन रहा यह रोप-वे धार्मिक दृष्टि से बनाया जा रहा है। लाखों की संख्या में भक्त माता बगलामुखी के दरबार जाते हैं लेकिन ब्यास नदी के कारण उन्हें 7 से 8 किमी का सफर तय करके जाना पड़ता है। रोप-वे बन जाने से यह मंदिर नेशनल हाईवे के साथ जुड़ जाएगा और मात्र कुछ ही मिनटों में लोग इस मंदिर तक पहुंच पाएंगे। पूर्व की भाजपा सरकार के समय इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था।